वैज्ञानिकों द्वारा सलैया एवं हरसा में तिल प्रदर्शन का भ्रमण

पन्ना 25 अगस्त 18/कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना के डाॅ. बी.एस. किरार, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं डी.पी. सिंह द्वारा विगत दिवस गांव सलैया एवं हरसा में समूह अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन तिल का कृषकों के साथ भ्रमण किया गया। प्रदर्शन में तिल की उन्नत किस्म टी.के.जी. 308 की बुवाई की गयी है। जिसमंे जैव उर्वरक एजोस्प्रिलियम, पी.एस.बी. एवं स्यूडोमोनास का प्रयोग कराया गया तथा नींदानाशक दवा क्वीजालोफाँप पी इथाइल का प्रयोग कराया गया उसके बाद पत्ती खाने एवं चूसक कीटो के नियंत्रण हेतु जैविक कीटनाशक दवा बिवेरिया बेसियाना 400 मिली प्रति एकड़ दवा का 12 पम्प घोल बनवाकर छिड़काव कराया गया।

वर्तमान मे फसल की वृद्धि शाखाओं एवं फलन को देखते हुये कृषक टी.के.जी. 308 किस्म से काफी खुश है और आगे इस किस्म को काफी क्षेत्र मे लगायेंगे और अन्य किसानांे को देकर फैलायेंगे। किसान फसल की स्थिति को देखते हुये 3-4 क्विंटल/एकड़ उत्पादन का अनुमान लगा रहे है। कृषक संगोष्ठी के दौरान तिल के प्रमुख रोग एवं कीट के बारे में बताया गया और तिल में फाइटोफ्थोरा अंगमारी रोग से पत्तियों तथा तने पर भूरे रंग के धब्बे दिखाई देते है जो बाद में काले हो जाते है जिसके नियंत्रण हेतु रिडोमिल एम.जेड़ 500 ग्राम/एकड़ या काॅपर आॅक्सीक्लोराइड 400-500 ग्राम/एकड़ का घोल बनाकर छिड़काव करे तथा तिल मे प्रमुख कीट पत्ती एवं फली छेदक के नियंत्रण हेतु बिवेरिया बेसियाना प्रोफेनोफाॅस दवा का छिड़काव करे तथा तिल पिटिका मक्खी की इल्ली फलियो के अंदर फूल को नुकसान पहुंचाती है इसके नियंत्रण हेतु प्रोफेक्स सुपर या ट्राइजोफाँस 40 ई.सी. दवा का छिड़काव करने की सलाह दी गयी।
समाचार क्रमांक 336-2587

Comments

Popular posts from this blog

मुख्यमंत्री किसान विदेश अध्ययन यात्रा योजना आवेदन की अंतिम तिथि आज

पत्रकारों की त्रैमासिक बैठक आयोजित कलेक्टर ने सुनी पत्रकारों की समस्याएं, यथासंभव निराकरण का आश्वासन दिया अवैध उत्खनन की सूचना मिलते ही की जाएगी कार्यवाही-कलेक्टर

अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन अपात्र पाए गए 543 अध्यापकों का संविलियन रोका गया, 24 तक दर्ज कराएं आपत्ति