जैविक खाद एवं उन्नत कृषि से प्याज उत्पादन में मिली बढौत्तरी प्याज का बढ़ा हुआ आकार मिलने से पूरन सिंह ने इस वर्ष भी की है खेती

पन्ना 21 मार्च 18/पन्ना जिले के ग्राम विरासन के निवासी कृषक पूरन सिंह ठाकुर पहले गेंहू एवं सोयाबीन की परम्पारिक खेती करते थे। पिछले 3 वर्षो से इसमें नुकसान उठा रहे थे। जिसके बाद इन्होंने प्याज की खेती करने का निश्चय किया। लेकिन बिना तकनीक के सीधे बीज छिडकाव द्वारा खेती करने से इसमें भी बहुत कम उत्पादन लगभग 30 क्विंटल प्रति एकड प्राप्त हुआ। फसल बदलने के बाद भी पूरन सिंह को निराशा ही हांथ लगी। फिर एक दिन इन्होंने आत्मा योजना के अन्तर्गत आयोजित कृषक संगोष्ठी में भाग लिया और इनके निराशा आशा में बदल गयी। पूरन सिंह बताते हैं कि संगोष्ठी के माध्यम से उन्हें कृषि विशेषज्ञ एवं बीटीएम द्वारा प्याज की उन्नत कृषि कार्यमाला के बारे में जानकारी मिली। जिसके बाद उन्होंने बीटीएम पवई के निर्देशन में जैविक खाद एवं वैज्ञानिक पद्धति से प्याज की उन्नत खेती प्रारंभ कर दी। पूर्व में जहां खेती में उत्पादन लागत अधिक व प्याज का उत्पादन कम प्राप्त होता था वही तकनीकी प्याज की खेती से मेरा उत्पादन लगभग 190 क्विंटल प्रति हेक्टेयर प्राप्त हुआ। प्याज का आकार भी अधिकतम 125 ग्राम तक प्राप्त किया। समय पर दवा व संतु...