नल जल से तर फुलवारी ग्रामवासियों को पानी के लिए अब दूसरे गांव नही जाना पडता
पन्ना 18 मई 18/पन्ना जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलो मीटर की दूरी पर स्थित ग्राम फुलवारी इस गर्मी में भी तर है, ग्रामवासियों में राहत है, जिसकी वजह ग्राम में नलजल प्रदाय योजना का सुचारू क्रियान्वयन होना है। मुख्य रूप से कृषि कार्य करने वाले यहां के ग्रामवासियों, महिलाओं और बच्चों का अधिकांश समय पहले 2 किलो मीटर दूर स्थित गांव दुबहिया से पानी लाने में ही व्यतीत हो जाता था। लेकिन अब लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं ग्राम पंचायत के प्रयासों से यहां के 48 घरों में नल कनेक्शन एवं तीन स्टैण्डपोस्ट के माध्यम से पेयजल प्रदाय किया जा रहा है। जिससे पूरे गांव की पेयजल समस्या का निराकरण हो गया है। जानवरों को पीने के पानी की सुविधा के लिए एक छोटा तालाब भी है। वर्तमान में 2 घण्टे सुबह और शाम को बारे चालू कर पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस बारे में फुलवारी की रहने वाली श्रीमती नन्ही रजक बताती हैं कि नलजल योजना के चालू होने के पहले हम ग्रामवासियों को बहुत समस्याओं का सामना करना पडता था। गर्मियों में गांव के सभी जल स्त्रोतों और हैण्डपम्प के सूख जाने से पेयजल संकट की स्थिति पैदा हो जाती थी। हम लोगों को 2 किलो मीटर दूर के गांव से पानी लाना पडता था। इससे हमारा और बच्चों का बहुत सारा समय खराब हो जाता था और धूप में आने जाने से बच्चों और महिलाओं की तबियत भी बिगड जाती थी। लेकिन अब गांव में पेयजल की व्यवस्था हो जाने से हमें बहुत सारी समस्याओं से मुक्ति मिल गयी है।
इस संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड पन्ना से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम फुलवारी में पेयजल की समस्या काफी समय से व्याप्त थी। पूर्व में नलजल प्रदाय योजना की स्थापना 2013 में पीएचई विभाग द्वारा की गयी थी। लेकिन विभिन्न कारणों से यह योजना सुचारू रूप से नही चल पा रही थी। पीएचई द्वारा स्थापित हैण्डपम्पों का पानी भी गर्मियों में सूख जाता था। ग्राम में पेयजल की समस्या को देखते हुए विभाग के कर्मचारियों द्वारा गांव का निरीक्षण किया गया। जिसके बाद विभाग के कर्मचारियों ने गांव आकर जल स्त्रोत का सर्वेक्षण किया ताकि नया बोर कर तथा क्षतिग्रस्त पाईप लाईन का सुधार कर गांव में पेयजल की व्यवस्था की जा सके। लेकिन गांव के अन्दर पानी का स्त्रोत नही मिला। जिसके कारण गांव से एक किलो मीटर की दूरी पर फिर से बोर किया गया तथा गांव में पाईप लाईन बिछायी गयी। अब ग्राम पंचायत तथा पेयजल उप समिति के माध्यम से गांव में नलजल योजना का सुचारू रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिससे फुलवारी में राहत का माहौल है।
समाचार क्रमांक 210-1408
इस बारे में फुलवारी की रहने वाली श्रीमती नन्ही रजक बताती हैं कि नलजल योजना के चालू होने के पहले हम ग्रामवासियों को बहुत समस्याओं का सामना करना पडता था। गर्मियों में गांव के सभी जल स्त्रोतों और हैण्डपम्प के सूख जाने से पेयजल संकट की स्थिति पैदा हो जाती थी। हम लोगों को 2 किलो मीटर दूर के गांव से पानी लाना पडता था। इससे हमारा और बच्चों का बहुत सारा समय खराब हो जाता था और धूप में आने जाने से बच्चों और महिलाओं की तबियत भी बिगड जाती थी। लेकिन अब गांव में पेयजल की व्यवस्था हो जाने से हमें बहुत सारी समस्याओं से मुक्ति मिल गयी है।
इस संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड पन्ना से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम फुलवारी में पेयजल की समस्या काफी समय से व्याप्त थी। पूर्व में नलजल प्रदाय योजना की स्थापना 2013 में पीएचई विभाग द्वारा की गयी थी। लेकिन विभिन्न कारणों से यह योजना सुचारू रूप से नही चल पा रही थी। पीएचई द्वारा स्थापित हैण्डपम्पों का पानी भी गर्मियों में सूख जाता था। ग्राम में पेयजल की समस्या को देखते हुए विभाग के कर्मचारियों द्वारा गांव का निरीक्षण किया गया। जिसके बाद विभाग के कर्मचारियों ने गांव आकर जल स्त्रोत का सर्वेक्षण किया ताकि नया बोर कर तथा क्षतिग्रस्त पाईप लाईन का सुधार कर गांव में पेयजल की व्यवस्था की जा सके। लेकिन गांव के अन्दर पानी का स्त्रोत नही मिला। जिसके कारण गांव से एक किलो मीटर की दूरी पर फिर से बोर किया गया तथा गांव में पाईप लाईन बिछायी गयी। अब ग्राम पंचायत तथा पेयजल उप समिति के माध्यम से गांव में नलजल योजना का सुचारू रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिससे फुलवारी में राहत का माहौल है।
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