हिन्दूपत महल में रामकथा छायाचित्र प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ; प्रदर्शनी प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी
पन्ना 20 अप्रैल 18/संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय मध्यप्रदेश शासन भोपाल के तत्वाधान में 19 से 25 अप्रैल 2018 तक छायाचित्र प्रदर्शनी आयोजित की गयी है। इस भारतीय चित्रकला में रामकथा छायाचित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ जिला पुरातत्व संग्रहालय हिन्दूपत महल पन्ना में श्री मोहनलाल कुशवाहा अध्यक्ष नगरपालिका परिषद पन्ना द्वारा किया गया। प्रदर्शनी में राम का बचपन पिता के साथ, राम द्वारा असुरों से यज्ञ की रक्षा करना, सीता जन्म, सीता स्वंवर, सीता की विवाह की तिथि पुरोहित द्वारा निर्धारित करना, राम एवं अन्य भाईयों की शादी का दृश्य, रामवन गमन में पूर्व चर्चारत, वन में राम सीता, लक्ष्मण के साथ भारद्वाज मुनि के आश्रम में राम, राम व सुग्रीव के साथ संवाद को कांगडा शैली, पहाडी शैली, मिथलान्चल शैली, राजपूत शैली, मुगल शैली व अन्य शैली के चित्रों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री कुशवाहा एवं अन्य अतिथियों द्वारा माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इसके बाद सभी अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर श्री कुशवाहा ने श्री राम के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय उप महाद्वीप के जनजीवन में श्री राम को मर्यादा पुरूषोत्तम की संज्ञा दी गयी है। श्री राम जनमानस के सांस्कृतिक आस्था के शिखर पर विराजमान हैं। श्री राम का जीवन चरित्र हमें त्याग, बलिदान, आज्ञा, प्रजावत्सल एवं जनकल्याण की प्रेरणा देता है। हमें उनके जीवन चरित्र से प्रेरणा ग्रहण करते हुए उसे अपने जीवन में उतारना चाहिए। उन्होंने राज्य पुरातत्व विभाग की इस छायाचित्र प्रदर्शनी के आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए आयोजनकर्ता अधिकारी डाॅ. गोविंद बाथम एवं उनके स्टाॅफ को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान नगरपालिका परिषद पन्ना के वार्ड एक के पार्षद श्री स्वामी प्रसाद मिश्रा, युवा समाज सेवी अनुराग पाण्डेय, श्री सीएल रैकवार, श्री दीपक रैकवार, महाराजा छत्रसाल महाविद्यालय की छात्राएं एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्री अरूण प्रताप बागरी, श्री धमेन्द्र साहू एवं श्री लक्ष्मण का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत में डाॅ. गोविन्द बाथम प्रभारी संग्रहाध्यक्ष द्वारा सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया।
समाचार क्रमांक 184-1102
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