परीक्षा परिणाम से ना ही घबराएं और ना ही हताष हों विद्यार्थी-कलेक्टर परीक्षा परिणाम ही सब कुछ नहीं, अच्छे करियर के और भी बेहतर विकल्प मौजूद हैं-कलेक्टर अभिभावकों से बच्चों के रिजल्ट को स्वीकार करने और हर स्थिति में उनका साथ देने की अपील
पन्ना 12 मई 18/आगामी दिवसों में माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा कक्षा 10 वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम जारी किए जाने हैं। पन्ना जिले के 29 हजार से भी ज्यादा विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है। इस संबंध में जानकारी देते हुए कलेक्टर श्री मनोज खत्री ने जिले के सभी परीक्षार्थियों से कहा है कि आप सभी बच्चों ने अपनी क्षमता के अनुरूप इन बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर करने का प्रयास किया होगा। निष्चित ही सभी को अपनी मेहनत के अनुरूप परीक्षा परिणाम भी मिलेंगे।
उन्होंने बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यदि किन्हीं कारणों से किसी बच्चे का परीक्षा परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं आता है अथवा वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं तो भी उन्हें घबराने या निराष होने की आवष्यकता नहीं है। जीवन में परीक्षा परिणाम ही सब कुछ नहीं होते। अच्छे केरियर बनाने के और भी बेहतर विकल्प मौजूद हैं। आपका जीवन और खुषी आपके एवं आपके परिवार के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए दूसरा अवसर मिलता है। अंकों की पुनर्गणना के लिए भी आवेदन किया जा सकता है। लेकिन जीवन को बचाने के लिए कोई दूसरा अवसर नहीं मिलता। इसीलिए हताषा और निराषा की स्थिति में भी अपने जीवन से किसी तरह का खिलवाड़ न करेें।
साथ ही कलेक्टर श्री खत्री ने विद्यार्थियों के अभिभावकों से कहा कि आपका बच्चा अपने आप में विषिष्ट है। परीक्षा पिरणाम को लेकर उसकी किसी से तुलना न करें। उन्होने अभिभावकों से बच्चों का परीक्षा परिणाम चाहे जैसा आए, उसे स्वीकारने और हर स्थिति में बच्चों का साथ देने की अपील की है।
समाचार क्रमांक 118-1317
उन्होंने बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यदि किन्हीं कारणों से किसी बच्चे का परीक्षा परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं आता है अथवा वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं तो भी उन्हें घबराने या निराष होने की आवष्यकता नहीं है। जीवन में परीक्षा परिणाम ही सब कुछ नहीं होते। अच्छे केरियर बनाने के और भी बेहतर विकल्प मौजूद हैं। आपका जीवन और खुषी आपके एवं आपके परिवार के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए दूसरा अवसर मिलता है। अंकों की पुनर्गणना के लिए भी आवेदन किया जा सकता है। लेकिन जीवन को बचाने के लिए कोई दूसरा अवसर नहीं मिलता। इसीलिए हताषा और निराषा की स्थिति में भी अपने जीवन से किसी तरह का खिलवाड़ न करेें।
साथ ही कलेक्टर श्री खत्री ने विद्यार्थियों के अभिभावकों से कहा कि आपका बच्चा अपने आप में विषिष्ट है। परीक्षा पिरणाम को लेकर उसकी किसी से तुलना न करें। उन्होने अभिभावकों से बच्चों का परीक्षा परिणाम चाहे जैसा आए, उसे स्वीकारने और हर स्थिति में बच्चों का साथ देने की अपील की है।
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