निर्धारित मानकों के अनुरूप ही जिले में की जा रही चना, मसूर एवं सरसों की खरीद नेफेड सर्वेयर के गुणवत्ता निर्णयों से असहमत कृषक कर सकते हैं अपील मण्डी में नीलामी के माध्यम से बेचें नाॅन एफएक्यू उपज, इस पर भी मिलेगी 100 रूपये प्रति क्विंटल की बोनस राशि

पन्ना 03 मई 18/पन्ना जिले की विभिन्न मण्डियों एवं उप मण्डियों के अन्तर्गत 14 उपार्जन केन्द्रों में शासन की कृषक समृद्धि योजना के अन्तर्गत चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला आपूर्ति अधिकारी बी.एस. परिहार ने बताया कि अब तक जिले में 3124.03 मै. टन गेंहू एवं 138.14 मै. टन चने का उपार्जन किया गया है। जिले में चना खरीदी का कार्य सुगमता से सम्पादित हो इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सहकारिता विभाग के सहकारी निरीक्षकों को प्रत्येक मण्डी में मुख्यालय बनाकर रहने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे कृषक जो नेफेड सर्वेयर के गुणवत्ता के निर्णय से असहमत होते हैं तो वे मण्डी में उपस्थित सहकारिता विभाग के निरीक्षकों से तत्काल सम्पर्क कर इसके लिए गठित मण्डी स्तरीय पर्यवेक्षण समिति में अपनी अपील प्रस्तुत कर सकते हैं।

    उन्होंने बताया कि इस मण्डी स्तरीय समिति द्वारा कृषक की उपज की गुणवत्ता का निर्धारण किया जाएगा। यदि कोई कृषक इस मण्डी स्तरीय पर्यवेक्षण समिति के निर्णय से भी असहमत होता है तो वह जिला स्तरीय अपीलीय समिति में अपर कलेक्टर के समक्ष अपनी अपील कर सकता है। किसान द्वारा अपनी उपज को एफएक्यू क्वालिटी बनाने के दौरान बची हुई नाॅन एफएक्यू उपज को भी किसान मण्डी में नीलामी के माध्यम से बेच सकता है। इस बेची गयी नाॅन एफएक्यू उपज के विरूद्ध उसकी पात्रता सीमा के अन्दर कृषक को मध्यप्रदेश शासन के द्वारा 100 रूपये प्रति क्विंटल का बोनस भी प्रदान किया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा नेफेड के सर्वेयरों को भी फसल की गुणवत्ता के निर्धारण के समय संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि कृषकों को उनकी फसल विक्रय में किसी भी तरह की असुविधान न हो।

    उल्लेखनीय है कि नेफेड जो कि नेशनल एग्रीकल्चर को-आॅपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन के नाम से जानी जाती है, वह भारत सरकार के द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों में केन्द्र शासन समर्थित समर्थन मूल्य जिंसो की खरीदी करती है। साथ ही खरीदी हुई जिंसो को भारत सरकार की ओर से राज्यों में वितरण का एवं विदेशों में निर्यात करने का कार्य भी करती है। यह संस्था प्रायवेट संस्था न होकर भारत सरकार के नियंत्रण की संस्था है। इस संस्था के द्वारा विभिन्न जिंसों की खरीदी के लिए जो एफएक्यू गुणवत्ता मानक का पालन किया जाता है, वह भारत शासन के एक अन्य एजेन्सी एफएसएसआई (फूड सेफ्टी एण्ड स्टेंडर्ड अथाॅरिटी आॅफ इण्डिया) के द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। मध्यप्रदेश शासन के द्वारा पन्ना जिले के लिए इस वर्ष चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी के लिए मार्कफेड (मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ मर्या. भोपाल) को अधिकृत किया गया है। यह संस्था भी मध्यप्रदेश शासन के पूर्ण नियंत्रण की संस्था है। इस संस्था के द्वारा नेफेड के अधिकृत किए हुए गुणवत्ता नियंत्रकों के माध्यम से पन्ना जिले में गुणवत्तापूर्ण एवं एफएसएसआई के द्वारा निर्धारित किए गए मानकों के अनुरूप ही चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी का कार्य किया जा रहा है। 
समाचार क्रमांक 34-1232


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