अब सोफिया भी खिलखिलाकर हंसेगी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से उपचार हुआ संभव
पन्ना 24 अगस्त 18/जब सोफिया का जन्म हुआ तब नर्सो ने बताया कि उसके मुंह के ऊपरी तालू मंे छेद है तो उसकी माॅ को यकीन नही हुआ। सोफिया की माॅ ने बताया कि सोफिया को जब दूध पिलाया तो नाक से बाहर निकल आता था। यह देखकर उन्हें सोफिया की गहरी चिंता हुई। तभी नर्सो ने बताया कि घबराने की कोई जरूरत नही है। इसका आपरेशन द्वारा ईलाज संभव है। लेकिन यह आपरेशन एक वर्ष की उम्र के बाद होता है। यह सुनकर सोफिया की माॅ को थोडी राहत तो मिली। लेकिन यह एक वर्ष का समय काटना उनके लिए बेहद कठिन था। सोफिया ठीक से न तो दूध पी पाती थी और न ही कुछ और खा पाती थी। जिसके कारण वह कमजोर होती जा रही थी।
सोफिया का परिवार पन्ना जिले के पवई विकासखण्ड में रहता है। सोफिया की एक बडी बहन भी है। जिसकी उम्र 2 वर्ष है। सोफिया का ईलाज संभव है यह जानकर उसका परिवार उम्मीद बांधे एक साल का वक्त गुजार तो रहा था लेकिन सोफिया के पिता मोहम्मद शकील एक छोटी दुकान चलाकर अपने परिवार का जैसे-तैसे भरण-पोषण कर रहे थे। ऐसे में आपरेशन में आने वाले खर्चे को लेकर उन्हें चिंता बनी रहती थी।
फिर एक दिन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम आंगनवाडी केन्द्र पहुंची। जहां डाॅ. हरिओम पाण्डेय ने सोफिया का परीक्षण कर बताया कि जब इसकी उम्र 12 से 16 माह होगी तो इसका पूर्ण रूप से निःशुल्क ईलाज हो जाएगा। यह सुनकर सोफिया के माता-पिता की बडी चिंता दूर हुई। इसके बाद डाॅ. द्वारा रिफर कार्ड देकर सोफिया के माता-पिता को जिला अस्पताल में आरबीएसके के जिला समन्वयक डाॅ. सुबोध खम्परिया से मिलने को कहा। जिसके बाद 27 जून 2018 को जिला अस्पताल में आयोजित कैम्प में डाॅ. पाण्डेय द्वारा सोफिया को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। कैम्प में भोपाल से आयी टीम द्वार बच्ची का परीक्षण कर आपरेशन के लिए चिन्हित कर लिया गया। दिनांक 29 जून 2018 को भोपाल में सोफिया का सफल आपरेशन हो गया है और उसके उपचार में एक रूपये का भी खर्च नही आया। सोफिया की माॅ बताती हैं कि भोपाल तक आने जाने का खर्चा भी शासन की ओर से मिला। आज मेरी बच्ची अच्छी तरह से खा-पी रही है, स्वस्थ हो गयी है और खिलखिलाकर हंसने भी लगी है। इसके लिए वह शासन द्वारा चलाई गयी इस योजना एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम का हृदय से आभार व्यक्त करती हैं और कहती है कि इन सभी के प्रयासों से आज मेरी बच्ची को नया जीवनदान मिला है।
समाचार क्रमांक 327-2578
सोफिया का परिवार पन्ना जिले के पवई विकासखण्ड में रहता है। सोफिया की एक बडी बहन भी है। जिसकी उम्र 2 वर्ष है। सोफिया का ईलाज संभव है यह जानकर उसका परिवार उम्मीद बांधे एक साल का वक्त गुजार तो रहा था लेकिन सोफिया के पिता मोहम्मद शकील एक छोटी दुकान चलाकर अपने परिवार का जैसे-तैसे भरण-पोषण कर रहे थे। ऐसे में आपरेशन में आने वाले खर्चे को लेकर उन्हें चिंता बनी रहती थी।
फिर एक दिन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम आंगनवाडी केन्द्र पहुंची। जहां डाॅ. हरिओम पाण्डेय ने सोफिया का परीक्षण कर बताया कि जब इसकी उम्र 12 से 16 माह होगी तो इसका पूर्ण रूप से निःशुल्क ईलाज हो जाएगा। यह सुनकर सोफिया के माता-पिता की बडी चिंता दूर हुई। इसके बाद डाॅ. द्वारा रिफर कार्ड देकर सोफिया के माता-पिता को जिला अस्पताल में आरबीएसके के जिला समन्वयक डाॅ. सुबोध खम्परिया से मिलने को कहा। जिसके बाद 27 जून 2018 को जिला अस्पताल में आयोजित कैम्प में डाॅ. पाण्डेय द्वारा सोफिया को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। कैम्प में भोपाल से आयी टीम द्वार बच्ची का परीक्षण कर आपरेशन के लिए चिन्हित कर लिया गया। दिनांक 29 जून 2018 को भोपाल में सोफिया का सफल आपरेशन हो गया है और उसके उपचार में एक रूपये का भी खर्च नही आया। सोफिया की माॅ बताती हैं कि भोपाल तक आने जाने का खर्चा भी शासन की ओर से मिला। आज मेरी बच्ची अच्छी तरह से खा-पी रही है, स्वस्थ हो गयी है और खिलखिलाकर हंसने भी लगी है। इसके लिए वह शासन द्वारा चलाई गयी इस योजना एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम का हृदय से आभार व्यक्त करती हैं और कहती है कि इन सभी के प्रयासों से आज मेरी बच्ची को नया जीवनदान मिला है।
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