जिला स्तरीय विपणन कार्ययोजना की बैठक आयोजित
पन्ना 04 सितंबर 18/कलेक्टर श्री मनोज खत्री की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय विपणन कार्ययोजना की बैठक का आयोजन किया गया। विगत दिवस आयोजित इस बैठक में विपणन कार्ययोजना भोपाल के प्रतिनिधि श्री हितेश बण्डिया एवं उप संचालक आंचलित कार्यालय सागर श्री एस.के. कुम्हरे द्वारा जिला स्तरीय विपणन कार्ययोजना के उद्देश्यों एवं आवश्यकता पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला गया। बैठक में व्यापारियों एवं कृषकों की समस्याओं को सुलझाने एवं विपणन व्यवस्था को उन्नत करने के संबंध में भी चर्चा की गयी।
बैठक में योजना के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि विपणन कार्ययोजना का उद्देश्य कृषकों हेतु निश्चित दूरी पर बाजार/मण्डी उपलब्ध करवाना, मार्केटेबल सरप्लस का अधिक से अधिक भाग मण्डियों तक लाना, कृषकों को उनकी उपज का बेहतर मूल दिलवाना, मण्डियों में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराना एवं कृषि उपज के मूल संवर्धन के लिए आवश्यक सुविधाओं के विकास हेतु योजना तैयार कर प्रस्तावित करना है।
विपणन योजना की आवश्यकता पर बल देते हुए बैठक में बताया गया कि जिलावार उत्पादन मार्केटेबल सरप्लस एवं मण्डी की आवक में अंतर अलग-अलग फसलों में अलग-अलग है। इसी तरह प्रदेश एवं जिले की मण्डियों में एक ही उत्पाद के दामों में भी काफी भिन्नता है। इससे कुछ मण्डियों में निरंतर प्रदेश की औसत से भी कम दरें प्राप्त होती हैं। इसीलिए जिलेवार मण्डियों में जो मार्केटेबल सरप्लस विक्रय के लिए आता है उसमंे फसलवार भिन्नता समाप्त करने के लिए योजना आवश्यक है। निश्चित दूरी पर बेहतर बाजार/मण्डी की अनुपलब्धता से किसान की आय एवं कृषि दोनों प्रभावित होते हैं, इसके लिए भी योजना की आवश्यकता है।
इसके साथ ही बैठक में व्यापारियों द्वारा उनकी समस्याओं को सुलझाने हेतु विभिन्न सुझाव दिए गए। उद्यानिकी विभाग द्वारा जैविक कृषि के लिए कृषकों को प्रोत्साहित किया गया। नगर मण्डी प्रांगण में बायो डिग्रेडेबल प्लांट लगाने का सुझाव दिया गया ताकि शेष बची हुई कृषि उपज से खाद उत्पादन किया जा सके। डिजीटल डिस्प्ले बोर्ड पर अन्य कृषि मण्डियों के कृषि उपज के भावों का प्रदर्शन करने का सुझाव भी दिया गया ताकि कृषक को उचित मूल्य प्राप्त हो सके और अनावश्यक परिवाहन से बचा जा सके। बैठक में विगत 5 वर्षो के कृषि उपज के उत्पादन, आवक एवं सरप्लस पर भी गहन चर्चा की गयी। इस दौरान बैठक में श्री ए.पी. सुमन उप संचालक किसान कल्याण, श्री विनय तोमर नोडल सचिव मण्डी पन्ना, श्री एम.एम. भट्ट सहायक संचालक उद्यान, श्री अमित सिलधरिया जिला योजना अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी, कृषि उपज मण्डियों के सचिव तथा अशासकीय व्यापारी सदस्य के रूप में श्री राजेश छिरौल्या एवं अशासकीय कृष सदस्य के रूप में श्री माथुरा प्रसाद द्विवेदी मौजूद रहे।
समाचार क्रमांक 59-2747
बैठक में योजना के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि विपणन कार्ययोजना का उद्देश्य कृषकों हेतु निश्चित दूरी पर बाजार/मण्डी उपलब्ध करवाना, मार्केटेबल सरप्लस का अधिक से अधिक भाग मण्डियों तक लाना, कृषकों को उनकी उपज का बेहतर मूल दिलवाना, मण्डियों में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराना एवं कृषि उपज के मूल संवर्धन के लिए आवश्यक सुविधाओं के विकास हेतु योजना तैयार कर प्रस्तावित करना है।
विपणन योजना की आवश्यकता पर बल देते हुए बैठक में बताया गया कि जिलावार उत्पादन मार्केटेबल सरप्लस एवं मण्डी की आवक में अंतर अलग-अलग फसलों में अलग-अलग है। इसी तरह प्रदेश एवं जिले की मण्डियों में एक ही उत्पाद के दामों में भी काफी भिन्नता है। इससे कुछ मण्डियों में निरंतर प्रदेश की औसत से भी कम दरें प्राप्त होती हैं। इसीलिए जिलेवार मण्डियों में जो मार्केटेबल सरप्लस विक्रय के लिए आता है उसमंे फसलवार भिन्नता समाप्त करने के लिए योजना आवश्यक है। निश्चित दूरी पर बेहतर बाजार/मण्डी की अनुपलब्धता से किसान की आय एवं कृषि दोनों प्रभावित होते हैं, इसके लिए भी योजना की आवश्यकता है।
इसके साथ ही बैठक में व्यापारियों द्वारा उनकी समस्याओं को सुलझाने हेतु विभिन्न सुझाव दिए गए। उद्यानिकी विभाग द्वारा जैविक कृषि के लिए कृषकों को प्रोत्साहित किया गया। नगर मण्डी प्रांगण में बायो डिग्रेडेबल प्लांट लगाने का सुझाव दिया गया ताकि शेष बची हुई कृषि उपज से खाद उत्पादन किया जा सके। डिजीटल डिस्प्ले बोर्ड पर अन्य कृषि मण्डियों के कृषि उपज के भावों का प्रदर्शन करने का सुझाव भी दिया गया ताकि कृषक को उचित मूल्य प्राप्त हो सके और अनावश्यक परिवाहन से बचा जा सके। बैठक में विगत 5 वर्षो के कृषि उपज के उत्पादन, आवक एवं सरप्लस पर भी गहन चर्चा की गयी। इस दौरान बैठक में श्री ए.पी. सुमन उप संचालक किसान कल्याण, श्री विनय तोमर नोडल सचिव मण्डी पन्ना, श्री एम.एम. भट्ट सहायक संचालक उद्यान, श्री अमित सिलधरिया जिला योजना अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी, कृषि उपज मण्डियों के सचिव तथा अशासकीय व्यापारी सदस्य के रूप में श्री राजेश छिरौल्या एवं अशासकीय कृष सदस्य के रूप में श्री माथुरा प्रसाद द्विवेदी मौजूद रहे।
समाचार क्रमांक 59-2747
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