पन्ना के जंगलों में इन दिनों बहुतायत में उपलब्ध है पड़ोरा
पन्ना 08 अगस्त 18/पड़ोरा एक बहुवर्षीय कद्दूवर्गीय फसल है। पन्ना के जंगली क्षेत्रों में पड़ोरा बिना उगाये उग जाता हैं इसलिए आदिवासियों द्वारा पन्ना के जंगलांे से तुड़ाई कर बाजार में इन दिनों 100 से 150 रूपये प्रति किलो बेचा जा रहा है। जंगल क्षेत्रों के आस-पास के लोग इसको सब्जी के रूप में बहुतायत से उपयोग करते हैं। पड़ोरा के बीजों की बुवाई का समय जून-जुलाई है। पड़ोरा के बीज को एक बार बोने के बाद इसके मादा पौधे से लगभग 8 से 10 वर्षो तक फल प्राप्त होते रहते हैं। इस पर कीड़ों व बिमारियांे का प्रकोप बहुत कम होता है। परन्तु फल मक्खी पड़ोरा के फलों को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए सहायक संचालक उद्यान श्री एम.के. भट्ट ने बताया कि पड़ोरा का प्रयोग सब्जी के रूप में किया जाता है जो बहुत स्वादिष्ट होती है तथा मानव संतुलित आहार का एक महत्वपूर्ण भाग है। पड़ोरा की सब्जी पौष्टिक गुणों से भरपूर होती है। पड़ोरा के फलों का उपयोग अचार बनाने के लिए भी किया जाता है। यह कफ, खांसी, अरूचि, वात, पित्तनाशक और हृदय में होने वाले दर्द से राहत दिलाता है। इसकी जड़ों का उपयोग बवासीर में रक्त बहाव रोकने के लिए, पेशाब की शिकायत व बुखार होने पर बहुत लाभकारी होता है। पड़ोरा के फलों का सेवन मधुमेह रोगी के शर्करा नियंत्रण में भी बहुत उपयोगी होता है। वर्तमान में पड़ोरा का फल बाजार में 100 से 150 रूपये प्रति किग्रा कीमत पर भी लोग खरीद रहे है। इससे किसान की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। बाजार में अच्छे दाम मिलने से किसान भाईयों के लिए अतिरिक्त आय का अच्छा साधन साबित हो रहा है।
समाचार क्रमांक 131-2382
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए सहायक संचालक उद्यान श्री एम.के. भट्ट ने बताया कि पड़ोरा का प्रयोग सब्जी के रूप में किया जाता है जो बहुत स्वादिष्ट होती है तथा मानव संतुलित आहार का एक महत्वपूर्ण भाग है। पड़ोरा की सब्जी पौष्टिक गुणों से भरपूर होती है। पड़ोरा के फलों का उपयोग अचार बनाने के लिए भी किया जाता है। यह कफ, खांसी, अरूचि, वात, पित्तनाशक और हृदय में होने वाले दर्द से राहत दिलाता है। इसकी जड़ों का उपयोग बवासीर में रक्त बहाव रोकने के लिए, पेशाब की शिकायत व बुखार होने पर बहुत लाभकारी होता है। पड़ोरा के फलों का सेवन मधुमेह रोगी के शर्करा नियंत्रण में भी बहुत उपयोगी होता है। वर्तमान में पड़ोरा का फल बाजार में 100 से 150 रूपये प्रति किग्रा कीमत पर भी लोग खरीद रहे है। इससे किसान की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। बाजार में अच्छे दाम मिलने से किसान भाईयों के लिए अतिरिक्त आय का अच्छा साधन साबित हो रहा है।
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