संबल योजना से संयुक्त परिवार की जिम्मेदारी उठाने में सक्षम हुए संतोष
पन्ना 27 सितंबर 18/छोटी किराने की दुकान संचालन और मजदूरी कर भरा पूरा घर चला रहे श्री मोतीलाल चैधरी एक दिन अचानक सडक दुर्घटना का शिकार हो गए। जिसमें उन्हें गहरी चोटें आयीं। नगर परिषद ककरहटी के निवासी श्री मोतीलाल के परिवार ने कर्ज लेकर पन्ना, रीवा, जबलपुर से लेकर नागपुर तक उनका ईलाज कराया लेकिन उन्हें बचा नही सके। उनके परिवार में उनकी पत्नी के अलावा उनकी माॅं, 3 पुत्र, 3 पुत्रियां, 1 पुत्रवधु और 3 पौत्र हैं। स्वर्गीय श्री मोतीलाल की मृत्यु के बाद इस संयुक्त परिवार की पूरी जिम्मेदारी उनके बडे बेटे संतोष कुमार चैधरी पर आ गयी।
एक ओर पिता के जाने के सदमे से खुद को संभालना तो दूसरी ओर इतने बडे परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी और पिता के ईलाज हेतु लिए गए लाखों के कर्ज को चुकाना संतोष के लिए एक बडी चुनौती थी। ऐसे समय में संबल योजना के अन्तर्गत नगर परिषद ककरहटी द्वारा 4 लाख रूपये की राशि ने संतोष को बडा सहारा दिया। इस राशि से उन्होंने ईलाज का काफी कुछ कर्ज भी चुका दिया है और किराने की दुकान संचालित होती रहे इसकी व्यवस्था भी कर ली है। इतना ही नही संबल योजना की मदद से उसके छोटे भाई-बहन जो पढाई कर रहे हैं उनकी शिक्षा भी निःशुल्क होने से संतोष की चिंता कम कर दी है और वह अपने परिवार की जिम्मेदारी उठा पाने में सक्षम हो पाए हैं। संतोष के साथ साथ उसके परिवार के सभी सदस्य संबल योजना के लिए शासन और नगर परिषद ककरहटी का धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।
समाचार क्रमांक 362-3050
एक ओर पिता के जाने के सदमे से खुद को संभालना तो दूसरी ओर इतने बडे परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी और पिता के ईलाज हेतु लिए गए लाखों के कर्ज को चुकाना संतोष के लिए एक बडी चुनौती थी। ऐसे समय में संबल योजना के अन्तर्गत नगर परिषद ककरहटी द्वारा 4 लाख रूपये की राशि ने संतोष को बडा सहारा दिया। इस राशि से उन्होंने ईलाज का काफी कुछ कर्ज भी चुका दिया है और किराने की दुकान संचालित होती रहे इसकी व्यवस्था भी कर ली है। इतना ही नही संबल योजना की मदद से उसके छोटे भाई-बहन जो पढाई कर रहे हैं उनकी शिक्षा भी निःशुल्क होने से संतोष की चिंता कम कर दी है और वह अपने परिवार की जिम्मेदारी उठा पाने में सक्षम हो पाए हैं। संतोष के साथ साथ उसके परिवार के सभी सदस्य संबल योजना के लिए शासन और नगर परिषद ककरहटी का धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।
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