स्र्माट फोन में दर्ज होगी बच्चों-माताओं और किशोरी बालिकाओं की जानकारी

पन्ना 17 जुलाई 18/जिले में संचालित आंगनवाडी केन्द्रों की व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए पूरी प्रक्रिया आॅनलाईन की जा रही है। आंगनवाडी में दर्ज बच्चे, गर्भवती माताएं एवं किशोरी बालिकाओं की पूरी जानकारी स्र्माट फोन में दर्ज की जाएगी। प्रथम चरण में माह मार्च 2017 मंें जिले की 3 परियोजनाओं पन्ना ग्रामीण, गुनौर एवं अजयगढ़ परियोजना की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन प्रदाय किया गया था एवं मई 2017 में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन पर मोबाईल एप्लीकेशन प्ब्क्ै.ब्।ै का प्रशिक्षण पूर्ण किया जा चुका है।  इन तीनों परियोजनाओं की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं द्वारा रोजाना 11 रजिस्टरों में दर्ज होने वाली जानकारी स्मार्टफोन में दर्ज की जा रही है। इन्फाॅरमेशन एण्ड कम्यूनिकेशन टेक्नालाॅजी द्वारा आंगनवाडी केन्द्रों की रियल टाईम माॅनीटरिंग के लिए भारत सरकार ने आईसीडीएस-सीएएस एप्प शुरू किया है। कार्यक्रम का प्रथम चरण प्रदेश में मार्च 2017 में प्रारंभ किया गया था। जिसमें मध्यप्रदेश के 15 जिलों की 50 परियोजनाआंे को शामिल किया गया था। कार्यक्रम के प्रथम चरण में माह मार्च 2017 में जिले की तीन परियोजनाओं की 887 आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट मोबाईल प्रदाय किए जाकर चार फेस में प्रशिक्षण दिया गया। वर्तमान में जिले की तीन परियोजनाओं (पन्ना ग्रामीण, गुनौर एवं अजयगढ़) की कुल 887 आंगनवाडी कार्यकर्ता द्वारा मोबाईल एप्लीकेशन पर कार्य किया जा रहा है। प्रथम चरण की सफलता उपरांत मार्च 2018 में जिले की शेष तीन परियोजनाओं (पन्ना शहरी, पवई एवं शाहनगर) में यह कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है जिसके अन्तर्गत 605 आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट मोबाईल प्रदाय किए जिनके प्रथम फेस का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी माह मार्च 2018 में पूर्ण हो चुका है।

    आईसीटी-आरटीएम कार्यक्रम को राष्ट्रीय पोषण मिशन के अन्तर्गत सम्मिलित किया गया है। एकीकृत बाल विकास सेवाएं यानि आईसीडीएस बच्चों, गर्भवती, शिशुवती माताओं की समग्र जरूरत पूरी करने वाला एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। राष्ट्रीय पोषण मिशनके तहत महिला एवं बाल विकास विभाग ने पारदर्शिता लाने, गडबडियों को रोकने के लिए तथा रिपोर्ट त्वरित व विश्वसनीय बनाने के लिए इस तकनीक का सहारा लिया है। इस एप के माध्यम से सभी आंगनवाडी केन्द्रों की निगरानी ठीक से हो सकेगी और अधिकारियों को भी पता रहेगा कि कहा क्या गतिविधियां चल रही है। कार्यकर्ताओं को प्रदाय किए गए मोबाइल में जीपीएस तकनीक है जिससे मोबाइल की लोकेशन पता चलती है। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिदिवस आंगनवाडी केन्द्र में उपस्थित बच्चों की फोटो खींचकर मोबाइल एप के माध्यम से उपस्थिति भेजी जाएगी जिसको आंगनवाडी केन्द्रवार परियोजना स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर एवं केन्द्र स्तर के अधिकारियों द्वारा देखा जा सकता है।

    आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की जानकारी के संबंध में स्मार्टफोन में स्थापित मोबाइल एप्लीकेशन आईसीडीएस-सीएएस में कुल 8 माड्यूल है जिसमें आंगनवाडी केन्द्र में संधारित होने वाले 11 रजिस्टर समाहित है। कार्यकर्ता द्वारा सर्वप्रथम स्मार्टफोन में परिवार प्रबंधन माड्यूल मंे अपनी आंगनवाडी क्षेत्र के परिवारों का सर्वे कर परिवारों का पंजीयन किया जाता है जिससे कि आंगनवाडी क्षेत्रान्तर्गत निवासरत समस्त परिवार स्मार्टफोन में दिखने लगते हैं। आंगनवाडी केन्द्र में पंजीकृत बच्चों की सूची स्मार्ट फोन में दैनिक पोषण आहार माड्यूल में दिखती है। कार्यकर्ता द्वारा इसी के माध्यम से प्रतिदिन बच्चों की उपस्थिति फोटोग्राफ सहित भेजी जाती है। आंगनवाडी केन्द्र में वितरित किए जाने वाले टीएचआर का इन्द्राज स्मार्टफोन के टीएचआर माड्यूल में किया जाता है। आंगनवाडी कार्यकर्ता द्वारा प्रतिमाह आंगनवाडी में दर्ज बच्चों का वजन साल्टर मशीन, इन्फेन्टोमीटर, स्टूडियोमीटर एवं वेंईग मशीन से लिया जाता है जिससे उम्र के अनुसार वजन एवं उम्र के अनुसार लम्बाई का इन्द्राज स्मार्टफोन के बाल विकास निगरानी माड्यूल में दर्ज किया जाता है। ड्यूलिस्ट माड्यूल में बच्चों को लंबित टीको की जानकारी आती है। आंगनवाडी केन्द्र प्रबंधन माड्यूल में आंगनवाडी केन्द्र की मूलभूत जानकारी भरी जाती है। बच्चों का आधार पंजीयन, आंगनवाडी केन्द्र में पेयजल व्यवस्था, टाॅयलेट, भवन आदि की जानकारी भरी जाती है। जब भी किसी अधिकारी द्वारा आंगनवाडी केन्द्र का भ्रमण किया जाता है तो स्मार्टफोन में आगन्तुक पंजी में इसका इन्द्राज किया जाता है।
समाचार क्रमांक 219-2153

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