कलेक्टर पहुंचे जैविक खेती में परचम लहराने वाले कृषक के खेत
पन्ना 25 जनवरी 18/कलेक्टर श्री मनोज खत्री पन्ना विकासखण्ड के ग्राम जनवार पहुंचे। जहां उन्होंने जैविक खेती में परचम लहराने वाले कृषक श्री लक्ष्मणदास सुखरमानी के खेत का भ्रमण किया। उनके द्वारा खेत पर की जा रही प्रत्येक जैविक गतिविधि का सूक्ष्म अवलोकन किया। कृषक सुखरमानी ने उन्हें बताया कि किस तरह से वे समन्वित जैविक खेती की पद्धतियों को अपनाते हुए खेती की लागत को कम कर रहे है। खेत पर निकलनें वाले हर जैविक कचरे का वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर वर्मी कम्पोस्ट तथा वर्मी वाॅस को खेती में उपयोग करना, एजोला फार्मिंग कर पशु चारे में एजोला का उपयोग तथा पशुओं के मलमूत्र को खेती में उपयोग करना आदि को बडे ही सफलता पूर्वक प्रयोग किए जा रहे प्रयोगों की जानकारी दी गयी।
कलेक्टर ने खेत पर कडकनाथ मुर्गी पालन, मछली पालन, डेरी, कुत्तापालन, बायोगैस हाइड्रोफोनिक्स, प्याज भण्डार कोठी, सब्जी उत्पादन एवं फलोद्यान का भी अवलोकन किया। उन्होंने नवग्रह वाटिका का अवलोकन करते हुए कहा कि किचिन गार्डन के लिये यह तकनीक अधिक उपयोगी साबित हो सकती है। इन विधियों के व्यापक प्रचार प्रसार की आवश्यकता है। उन्होंने उप संचालक कृषि श्री रविन्द्र मोदी को जिले के उन्नतशील कृषकों की एक संगोष्ठी आयोजित कर श्री सुखरमानी को उसमें प्रशिक्षण देने हेतु आमंत्रित करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों बैंगलौर में आई.सी.सी.ओ.ए. द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में श्री सुखरमानी को जैविक खेती के लिये राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरूष्कार एवं रूपये 50 हजार की प्रोत्साहन राशि का चैक भेंट किया गया था। इस अवार्ड के अलावा भी श्री सुखरमानी को कई राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के पुरूष्कार जैविक खेती हेतु प्राप्त हुए है। कलेक्टर ने श्री सुखरमानी के द्वारा किये जा रहे अभिनव प्रयोगों की सराहना की एवं उपलब्धियों के लिये उन्हें हार्दिक बधाई देते हुए जिले में जैविक खेती के विकास के लिये किये जा रहे प्रयासों को और ज्यादा तेज करनें का आश्वासन दिया। भ्रमण के दौरान उप संचालक कृषि श्री रविन्द्र मोदी उनके साथ रहे।
समाचार क्रमांक 226-226
कलेक्टर ने खेत पर कडकनाथ मुर्गी पालन, मछली पालन, डेरी, कुत्तापालन, बायोगैस हाइड्रोफोनिक्स, प्याज भण्डार कोठी, सब्जी उत्पादन एवं फलोद्यान का भी अवलोकन किया। उन्होंने नवग्रह वाटिका का अवलोकन करते हुए कहा कि किचिन गार्डन के लिये यह तकनीक अधिक उपयोगी साबित हो सकती है। इन विधियों के व्यापक प्रचार प्रसार की आवश्यकता है। उन्होंने उप संचालक कृषि श्री रविन्द्र मोदी को जिले के उन्नतशील कृषकों की एक संगोष्ठी आयोजित कर श्री सुखरमानी को उसमें प्रशिक्षण देने हेतु आमंत्रित करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों बैंगलौर में आई.सी.सी.ओ.ए. द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में श्री सुखरमानी को जैविक खेती के लिये राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरूष्कार एवं रूपये 50 हजार की प्रोत्साहन राशि का चैक भेंट किया गया था। इस अवार्ड के अलावा भी श्री सुखरमानी को कई राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के पुरूष्कार जैविक खेती हेतु प्राप्त हुए है। कलेक्टर ने श्री सुखरमानी के द्वारा किये जा रहे अभिनव प्रयोगों की सराहना की एवं उपलब्धियों के लिये उन्हें हार्दिक बधाई देते हुए जिले में जैविक खेती के विकास के लिये किये जा रहे प्रयासों को और ज्यादा तेज करनें का आश्वासन दिया। भ्रमण के दौरान उप संचालक कृषि श्री रविन्द्र मोदी उनके साथ रहे।
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