प्रधानमंत्री मातृ वंदना ने दूर की सुमित्रा की चिंता

इस चिंता से सुमित्रा का वजन गिरने लगा साथ ही खून की कमी होने लगी। एक दिन ग्राम की आंगनवाडी कार्यकर्ता श्रीमती अनीता दुबे ने गृहभेंट के दौरान सुमित्रा से मिलने पहुंची। उसने पाया कि सुमित्रा पहले से बहुत कमजोर हो गयी है और परेशान भी लग रही है। पूछने पर सुमित्रा ने गर्भवती होना एवं घर मंे रूपये का अभाव होना बताया। सुमित्रा बताती हैं कि मेरी परेशानी सुनकर आंगनवाडी दीदी ने पहले तो मेरा पंजीयन आंगनवाडी में किया और उसके बाद मुझे और मेरे पति को शासन द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। जब सुमित्रा को पता चला कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की मदद से खेतों में काम करें बिना भी वह स्वयं की एवं शिशु की देखभाल के लिए आवश्यक राशि शासन से प्राप्त कर सकती है तो उसे उम्मीद की एक किरण दिखी। उसकी सारी चिंता जैसे छू-मंतर हो गयी।
आंगनवाडी केन्द्र में पंजीकरण हो जाने से सुमित्रा को पहले एक हजार रूपये की राशि प्राप्त हुई। अब आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं आशा द्वारा की गयी प्रथम (16 फरवरी 2017) एवं द्वितीय एएनसी (21 मार्च 2017) जांच के दौरान सुमित्रा का स्वास्थ्य सुधरता देख सभी खुश थे। इस समय उसे 2 हजार रूपये प्राप्त हुए। सुमित्रा ने 25 जुलाई 2017 को 3 किलो ग्राम के स्वस्थ शिशु को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अमानगंज में जन्म दिया। शिशु के सभी टीके पूर्ण हो चुके है और उसे 2 हजार रूपये की शेष राशि भी प्राप्त हो चुकी है। सुमित्रा का शिशु अब एक वर्ष पूर्ण कर चुका है और पूरी तरह स्वस्थ है। सुमित्रा शासन द्वारा गरीब जरूरतमंद परिवार के लोगों के लिए चलाई जा रही इस सकारात्मक योजना की सराहना करती नही थकती। अब सुमित्रा इस योजना की जानकारी गांव के अन्य लोगों से साझा कर रही और नव गर्भवती महिलाओं को इस योजना से लाभ उठाने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
समाचार क्रमांक 185-2873
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