प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गुनौर एन.आर.सी. के बच्चों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गुनौर एन.आर.सी. के बच्चों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण
पन्ना 21 जुलाई 18/जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की सुगमता एवं गुणवत्ता के लिये
मनोज खत्री कलेक्टर पन्ना के द्वारा डॉं. एल. के. तिवारी मुख्य चिकित्सा एवं
स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित कर जिले के समस्त विकासखण्डों के प्राथमिक
स्वास्थ्य केन्द्रों का औचक निरीक्षण कर पायी जाने वाली कमियों को सुधार करवाने के
लिए कहा गया है। डॉ. तिवारी दिनांक 21 जुलाई 2018 को प्राथमिक
स्वास्थ्य केन्द्र गुनौर पहुंचकर स्वास्थ्य केन्द्र के औषधि वितरण कक्ष, ड्रेसर कक्ष, पैथोलॉजी कक्ष, प्रसव कक्ष, आपरेशन थियेटर,
एन.आर.सी., जनरल वार्ड, माहिला वार्ड,
का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान
स्वास्थ्य केन्द्र में साफ-सफाई का पूरी तरह से अभाव पाया गया। जिसके लिए तत्काल
उपस्थित सफाई कर्मचारी को साफ-सफाई करने के लिए कहा गया। इसके साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र
में स्टोर का निरीक्षण करने पर पाया गया कि स्टोर की सामग्री पूरी तरह से
अस्त-व्यस्त पायी गयी जिसका संधारण स्टोर कीपर द्वारा नहीं किया गया था, इस अव्यवस्था को देखकर डॉ. तिवारी ने सभी
उपस्थित स्टाफ एवं कर्मचारियों को फटकार लगायी एवं स्टोर की देखरेख के लिए पदस्थ
मिथलेश कुशवाहा को तत्काल कारण बताओं नोटिस देते हुए तीन दिवस में अपना स्पष्टीकरण
प्रस्तुत करने के लिए कहा गया ,अन्यथा
अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए विचार किया जावेगा। औषधि स्टोर की सुचारू व्यवस्था
के लिए सिस्टर सरला इवने को स्टोर प्रभारी एवं मृदुल तिवारी को स्टोर सें संबंधित
दस्तावेजों के संधारण हेतु प्रभारी के रूप में दायित्व सौंपा गया। डॉं. आशीष
तिवारी को स्टोर की व्यवस्था की निगरानी के लिए प्रभारी बनाया गया। प्रसव कक्ष का
निरीक्षण करते हुए चिकित्सा अधिकारी एवं स्टाफ नर्स को प्रसव कक्ष को व्यवस्थित,
टायलेट की साफ-सफाई कराने ,एन.आर.सी. कक्ष में इनवर्टर एवं बेड की
व्यवस्था करवाने के लिए निर्देशित किया गया। स्वास्थ्य केन्द्र में कुल 80 प्रकार के उपकरण उपलब्ध पाये गये, जिनके सुचारू क्रियान्वयन एवं तकनीकि समस्या
आने पर उनके सुधार हेतु टोल फ्री नम्बर पर संपर्क कर शिकायत करने के निर्देश दिये
साथ ही यह भी जानकारी दी गयी कि यदि उपकरण सुधार करने राज्य स्तर से अनुबंधित
एजेंसी के लोग 24 घण्टे के अन्दर
नहीं आते हैं तो उन पर पैनाल्टी का प्रावधान है, इसी दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्थापित एन.आर.सी
का भ्रमण कर भर्ती बच्चों के स्वास्थ्य वृद्धि की जानकारी ली। उन बच्चों की माताओं
से चर्चा कर मिल रही, सेवाओं, औषधि, समय-समय पर भोजन आदि पर बात की, एन.आर.सी. में भर्ती माताओं को जब यह जानकारी मिली कि डॉ. एल.के. तिवारी जिले
के प्रतिष्ठित शिशु रोग विशेषज्ञ है, तो उनके द्वारा अपने बच्चों को देखने की इच्छा प्रकट की गयी तब डॉ. तिवारी
द्वारा कुल भर्ती 12 बच्चों मे से 04 बच्चों को देखा गया एवं इन्द्रजीत उम्र 01 वर्ष जो कि ग्राम नचने से था अति गंभीर
कुपोषित था जिसको दिये जा रहे उपचार की जानकारी लेते हुए डाटस का उपचार जोडने की
सलाह चिकित्सा अधिकारी को दी और पूरे विश्वास के साथ कहा कि 15 दिन में बच्चे को आराम लग जायेगा। एन.आर.सी के
बच्चों की देखरेख हेतु पदस्थ सुमित्रा वर्मा एएनएम को भर्ती बच्चों को समय-समय पर
देखने एवं ग्रोथ चार्ट को भरने के लिए निर्देशित किया। डॉ. तिवारी द्वारा गुनौर
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की अव्यवस्था के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए दो
दिवस के भीतर सभी प्रकार की व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिये।
अमानगंज स्वास्थ्य केन्द्र में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमित मिश्रा एवं
समस्त स्टाफ के साथ बैठक कर निर्देशित किया है कि स्टोर की अव्यवस्था को तत्काल
व्यवस्थित कर साफ-सफाई निरतंर बनाये रखें, एवं हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को समय सीमा में प्रदाय
की जायें। डॉ. तिवारी एवं उनके साथ राजेश तिवारी जिला स्टोर प्रभारी भी बैठक में
शामिल रहें। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण के अगले क्रम में
देवेन्द्रनगर विकासखण्ड के अन्तर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बराछ का
अवलोकन किया गया। इस दौरान डॉ. ज्ञानेश मिश्रा जिला कम्युनिटी मोबालाईजर भी डॉ.
तिवारी द्वारा पायी गयी कमियों और समस्याओं के निराकरण में सहयोग दे रहे थे।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बराछ में पदस्थ स्टाफ उपस्थित पाया गया। साथ ही
स्वास्थ्य केन्द्र की साफ-सफाई व्यवस्था एवं लेवर रूम की व्यवस्था स्टाफ नर्स रेनू
पटेल ने बेहतर कर रखी थी, जिसे देखकर डॉ.
तिवारी ने उनके प्रयासों की सराहना कि एवं उन्हें प्रोत्साहित किया कि इसी प्रकार
से अपने स्वास्थ्य केन्द्र को व्यवस्थित करके रखना हैं साथ ही हितग्राही को सुचारू
रूप से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ देना सुनिश्चित करना है। स्टोर निरीक्षण करने के
उपरांत आवश्यक औषधियों के लिए तैयार मांग पत्र को तत्काल स्वीकृत प्रदान कर
प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया।
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