समय सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक आयोजित कलेक्टर ने दिए श्रमिक पंजीयन के बाद पावती अनिवार्य रूप से प्रदाय करने के निर्देश प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में समुचित व्यवस्थाओं के लिए एक अधिकारी नियुक्त करें-कलेक्टर
पन्ना 28 मार्च 18/असंगठित श्रमिक पंजीयन के दौरान शासन द्वारा निर्धारित पात्रता का पूरा ध्यान रखा जाए। अधिकारी पंजीयन की संख्या के बजाय पंजीयन की गुणवत्ता पर फोकस करें। सभी मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत असंगठित श्रमिकों के पंजीयन के बाद पावती अनिवार्य रूप से प्रदान करें। यह निर्देश कलेक्टर श्री मनोज खत्री द्वारा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समय सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गिरीश कुमार मिश्रा, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अशोक चतुर्वेदी, सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सहित विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में गेंहू का उपार्जन 41 केन्द्रों द्वारा किया जाना है। सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अपने क्षेत्र के प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में एक-एक जबाबदार अधिकारी को नियुक्त करें। हर उपार्जन केन्द्र में समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। इसकी तैयारी अभी से कर ली जाए। उपार्जन के दौरान संबंधित कृषकों को प्रतिदिन एसएमएस (मोबाइल संदेश) भेजे जाएं। एसएमएस के अनुसार ही उपार्जन का कार्य किया जाए। सबसे पहले लघु एवं सीमांत कृषकों को एसएमएस करना सुनिश्चित करें। उन्होंने प्रबंधक जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक को भण्डारण गृह की मैपिंग कर अलग-अलग फसलों के भण्डारण की पूर्व तैयारी अभी से करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि माइनिंग की वसूली में प्रगति अपेक्षाकृत कम है। संबंधित विभाग जिला खनिज अधिकारी से समन्वय स्थापित कर वसूली में प्रगति लाएं।
कलेक्टर ने कुपोषित बच्चों को गोद लेकर सुपोषण लाने के प्रारंभ किए गए अभियान की समीक्षा करते हुए अधिकारियों द्वारा अब तक की गयी कार्यवाही की जानकारी ली। उन्होंने जिला सूचना केन्द्र अधिकारी को विभिन्न अधिकारियों द्वारा गोद लिए गए बच्चों की जानकारी जिले की बेवसाइट में डालने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि यह एक पवित्र अभियान है। अधिकारी इसे औपचारिकता न समझें। सभी के संयुक्त प्रयासों से कुपोषण की यह जंग जीती जा सकती है। गोद लेते समय बच्चे के हेल्थ पेरामीटर अनिवार्य रूप से नोट कर लें। समय-समय पर इन पेरामीटर का पुनः आंकलन कर बच्चे के स्वास्थ्य सुधार का आंकलन आसानी से किया जा सकता है। कुपोषित बच्चे के अभिभावकों से भी सम्पर्क कर उन्हें सुपोषण की जानकारी दें। उन्होंने अभिभावकों को स्वच्छता के लिए प्रोत्साहित करते हुए उसके लाभों से अवगत कराने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए।
समाचार क्रमांक 303-889
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में गेंहू का उपार्जन 41 केन्द्रों द्वारा किया जाना है। सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अपने क्षेत्र के प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में एक-एक जबाबदार अधिकारी को नियुक्त करें। हर उपार्जन केन्द्र में समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। इसकी तैयारी अभी से कर ली जाए। उपार्जन के दौरान संबंधित कृषकों को प्रतिदिन एसएमएस (मोबाइल संदेश) भेजे जाएं। एसएमएस के अनुसार ही उपार्जन का कार्य किया जाए। सबसे पहले लघु एवं सीमांत कृषकों को एसएमएस करना सुनिश्चित करें। उन्होंने प्रबंधक जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक को भण्डारण गृह की मैपिंग कर अलग-अलग फसलों के भण्डारण की पूर्व तैयारी अभी से करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि माइनिंग की वसूली में प्रगति अपेक्षाकृत कम है। संबंधित विभाग जिला खनिज अधिकारी से समन्वय स्थापित कर वसूली में प्रगति लाएं।
कलेक्टर ने कुपोषित बच्चों को गोद लेकर सुपोषण लाने के प्रारंभ किए गए अभियान की समीक्षा करते हुए अधिकारियों द्वारा अब तक की गयी कार्यवाही की जानकारी ली। उन्होंने जिला सूचना केन्द्र अधिकारी को विभिन्न अधिकारियों द्वारा गोद लिए गए बच्चों की जानकारी जिले की बेवसाइट में डालने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि यह एक पवित्र अभियान है। अधिकारी इसे औपचारिकता न समझें। सभी के संयुक्त प्रयासों से कुपोषण की यह जंग जीती जा सकती है। गोद लेते समय बच्चे के हेल्थ पेरामीटर अनिवार्य रूप से नोट कर लें। समय-समय पर इन पेरामीटर का पुनः आंकलन कर बच्चे के स्वास्थ्य सुधार का आंकलन आसानी से किया जा सकता है। कुपोषित बच्चे के अभिभावकों से भी सम्पर्क कर उन्हें सुपोषण की जानकारी दें। उन्होंने अभिभावकों को स्वच्छता के लिए प्रोत्साहित करते हुए उसके लाभों से अवगत कराने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए।
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