समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक आयोजित जिला अस्पताल के सीसीटीव्ही. कैमरे कलेक्टर कार्यालय के कम्प्यूटर से लिंक करने के निर्देश गौशालाओं के रंगरोगन के लिए दी गयी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें उप संचालक-कलेक्टर समाधान एक दिवस के अन्तर्गत प्राप्त शत प्रतिशत आवेदनों का सुनिश्चित करें निराकरण-कलेक्टर
पन्ना 21 मई 18/गत दिवसों में जिले के स्वास्थ्य केन्द्र तथा जिला अस्पताल में घटित घटनाओं की पुनरावृत्ति नही होनी चाहिए। दोषी अधिकारी/कर्मचारी की जांचकर उन पर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। जिला अस्पताल के सीसीटीव्ही कैमरे मेरे कार्यालय के कम्प्यूटर से लिंक किए जाएं। जिला अस्पताल की गतिविधियां सीसीटीव्ही कैमरों के माध्यम से लगातार जिला प्रशासन की निगरानी में रहेंगी। यह निर्देश कलेक्टर श्री मनोज खत्री ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समय सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।
उन्होंने कहा कि भारत शासन द्वारा वंचित परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदाय करने के लिए आयुष्मान भारत योजना लायी गयी है। जिसका शुभारंभ अगस्त 2018 में किया जाएगा। इसके पूर्व वंचित परिवारों का सर्वे महत्वपूर्ण चरण है। यह शासन की एक मात्र योजना है जिसमें वर्तमान मंे सर्वे अनुसार पात्र पाए गए परिवारों और परिवार के सदस्यों को आर्थिक, सामाजिक एवं जातिगत जनगणना 2011 के आंकड़ों में जोड़ने एवं हटाने की प्रक्रिया की जाकर वास्तविक जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने संबंधित अधिकारी/कर्मचारियों से सर्वे का कार्य गंभीरता के साथ एवं सावधानीपूर्वक करने के निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप समाधान एक दिवस के अन्तर्गत प्राप्त आवेदनों का शत प्रतिशत निराकरण उसी दिन किया जाए। दस्तावेजों की नकल आदि प्रदाय करने की व्यवस्था भी आवेदन दिवस पर की जाए। उन्होंने समय पर निराकरण न करने वाले अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले की गौशालाओं के रंगरोगन आदि के लिए राशि प्रदाय की गयी है। उप संचालक पशुपालन इस राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें। महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारियों द्वारा किए गए भ्रमण की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान आंगनवाडी केन्द्रों में नाश्ता, दूध वितरण एवं गोद लिए गए कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार की माॅनीटरिंग अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने परियोजना अधिकारी शाहनगर द्वारा किए जा रहे दायित्व निर्वहन पर असंतोष व्यक्त करते हुए उनका प्रभार बदलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास प्रत्येक परियोजना के अन्तर्गत विशेष आवश्यकता वाले आंगनवाडी केन्द्रों की सूची तैयार कर परियोजना अधिकारियों को अनिवार्य रूप से सौंपे। इन केन्द्रों का भ्रमण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। अगली बैठक में इसकी समीक्षा की जाएगी। बैठक में कलेक्टर द्वारा सीएम हेल्पलाईन प्रकरणों, भावांतर भुगतान एवं कृषक समृद्धि योजना के अन्तर्गत प्रोत्साहन राशि वितरण, असंगठित मजदूर पंजीयन का सत्यापन, विकास यात्रा की तैयारी, स्वरोजगार योजनाओं में लक्ष्यपूर्ति आदि की भी विस्तृत समीक्षा करते हुए अधिकारियों को विभिन्न दिशा निर्देश दिए गए। इस दौरान बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गिरीश कुमार मिश्रा, समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, परियोजना अधिकारी बाल विकास सहित विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
समाचार क्रमांक 239-1437
Comments
Post a Comment