जिला उद्यानिकी फल एवं सब्जी परिरक्षण कार्यषाला प्रारंभ फलों एवं सब्जियों को सूक्ष्म जीवाणुओं से बचाने फल परिरक्षण ही मददगार विशेषज्ञ डाॅ-जैन
पन्ना 27 मार्च 18/कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना एवं उद्यानिकी विभाग पन्ना के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय कार्यषाला प्रांरभ हुई। फलों एवं सब्जियों को सूक्ष्म जीवाणुओं से बचाने के लिए फल परिरक्षण ही मददगार होगा। उक्त प्रेरक विचार जेएनकेवीवी जबलपुर के विषेषज्ञ डाॅ0 पी0के0 जैन ने रखे। वे इस कार्यषाला में किसानों को मार्गदर्षन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारे पूर्व जमाने में मैथी पालक अन्य भाजियों को सुखाकर दाल में डालत थे और बेमौसम सब्जियों का आनन्द लेते थे। आज पान को भी परिरक्षित कर पैकेट में बंद कर विदेष में भेज रहे हैं। करोंदे की जैली तैयार की जा सकती है। मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि किसानों को आज उद्यानिकी की फसलें उगाकर कम समय में अधिक लाभ कमाया जा सकता है। अतः किसानों को उद्यानिकी विभाग की योजनाओं का लाभ लेना चाहिए। इंदौर से आयी विषेषज्ञ कुमारी प्रियंका भदौरिया एवं मिलन पाल ने परिरक्षण की तकनीकी जानकारी दी तथा महिलाओं को प्रयोग करके दिखाया।
कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना के प्रमुख डाॅ0 बी0ए0 किरार ने बताया कि यदि हम बाजार में चना बेचते हैं तो कम लाभ होता है यदि दाल बेचेंगे, बेसन, भजिया बेचने से हमारी आमदनी अधिक होती है। इसी प्रकार फलों एवं सब्जियों को परिरक्षित कर बंेचे तो हमें अधिक लाभ प्राप्त होगा। जैसे हम आंवला यदि बेचते हैं तो बीस रूपये किलो बिकता है और उसका च्वनप्रास बनाये तो 300 से 400 रूपये किलो बिकता है। सहायक संचालन उद्यान पन्ना श्री महेन्द्र मोहन भट्ट ने बताया कि प्रषिक्षण कल भी जारी रहेगा। जिससे किसान भाई, बहनें अधिक से अधिक लाभ लें। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 आर0पी0 सिंह ने एवं धन्यवाद ज्ञापित श्री आर.टी. त्रिपाठी द्वारा किया गया।
समाचार क्रमांक 298-884
कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना के प्रमुख डाॅ0 बी0ए0 किरार ने बताया कि यदि हम बाजार में चना बेचते हैं तो कम लाभ होता है यदि दाल बेचेंगे, बेसन, भजिया बेचने से हमारी आमदनी अधिक होती है। इसी प्रकार फलों एवं सब्जियों को परिरक्षित कर बंेचे तो हमें अधिक लाभ प्राप्त होगा। जैसे हम आंवला यदि बेचते हैं तो बीस रूपये किलो बिकता है और उसका च्वनप्रास बनाये तो 300 से 400 रूपये किलो बिकता है। सहायक संचालन उद्यान पन्ना श्री महेन्द्र मोहन भट्ट ने बताया कि प्रषिक्षण कल भी जारी रहेगा। जिससे किसान भाई, बहनें अधिक से अधिक लाभ लें। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 आर0पी0 सिंह ने एवं धन्यवाद ज्ञापित श्री आर.टी. त्रिपाठी द्वारा किया गया।
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