हरे आलू न खरीदे, न बेचें
पन्ना 28 फरवरी 18/आजकल बाजार में हरे रंग का आलू बेचते हुए देखा जा रहा है। आलू की खडी फसल में मिट्टी न चढाने के कारण सूर्य के प्रकाश से आलू में सोलेनम नामक जहरीला पदार्थ विकसित हो जाता है जिसके कारण आलू हरे रंग का दिखने लगता है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सहायक संचालक उद्यानकी महेन्द्र मोहन भट्ट ने बताया कि हरे रंग का आलू खाने में प्रयोग नही करना चाहिए और न ही पशुओं को खिलाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि इसी तरह बाजार से लायी गयी सब्जी को प्रयोग में लाने से पहले 2 प्रतिशत नमक के घोल में रखकर गरम पानी से धो लेना चाहिए। सब्जियों में रसायनिक दवाईयों का छिडकाव किया जाता है। जिसकी विषाक्तता का प्रभाव सब्जियों पर भी रह जाता है। इसलिए किसान भाईयों को दवाई छिडकाव के 3 से 5 दिन के बाद सब्जियां मण्डी में लाना चाहिए। जिससे दवाई का जहरीला प्रभाव कम हो जाता है।
समाचार क्रमांक 304-584
उन्होंने बताया कि इसी तरह बाजार से लायी गयी सब्जी को प्रयोग में लाने से पहले 2 प्रतिशत नमक के घोल में रखकर गरम पानी से धो लेना चाहिए। सब्जियों में रसायनिक दवाईयों का छिडकाव किया जाता है। जिसकी विषाक्तता का प्रभाव सब्जियों पर भी रह जाता है। इसलिए किसान भाईयों को दवाई छिडकाव के 3 से 5 दिन के बाद सब्जियां मण्डी में लाना चाहिए। जिससे दवाई का जहरीला प्रभाव कम हो जाता है।
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