नरेगा योजना द्वारा बने कूप एवं तालाब से बढती आमदनी
पन्ना 22 सितंबर 18/ग्राम पंचायत अहिरगवा के ग्राम उडकी में रहने वाले गोविन्द मंडल के पिता स्वर्गीय पूण्यचरण मंडल 1964 में बंगाला देश से पन्ना आए थे। शासन द्वारा उन्हें जीविकोपर्जन के लिए 5 एकड जमीन दी गयी थी। इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए गोविन्द मंडल ने बताया कि पानी की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण मुश्किल से 15 से 20 क्विंटल गेंहू और 30 से 40 क्विंटल धान का उत्पादन कर पाते थे। परिवार की जरूरतें पूरी न हो पाने पर वह मजदूरी किया करते थे।
वर्ष 2013 में ग्राम पंचायत ने नरेगा योजना द्वारा कपिल धारा कूप का निर्माण गोविन्द मंडल के खेत में कराया। कूप में खेती के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी निकला। आज हमारे खेतों में 60 से 70 क्विंटल गेंहू एवं 90 से 100 क्विंटल धान का उत्पादन होता है। इसके साथ ही गोविन्द सब्जी का उत्पादन भी करने लगे हैं। इससे उन्हें 50 से 60 हजार रूपये की अतिरिक्त वार्षिक आय प्राप्त हो जाती है। गोविन्द बताते है कि बाद में शासन द्वारा मुझे सिंचाई के लिए विद्युत मोटर भी उपलब्ध कराई गयी है। वर्ष 2018 में मेरे बेटे निरंजन मंडल के खेत में नरेगा योजना द्वारा खेत-तालाब का निर्माण कराया गया है जिसमें वह मछली पालन का कार्य कर रहा है। मछली पालन से उसे 60 से 70 हजार रूपये का अनुमानित लाभ होगा। मैंने तालाब के पानी को आस पास के किसानों को सिंचाई के लिए देने की योजना भी बनाई है इससे मुझे 20 से 25 हजार रूपये की अतिरिक्त आय होगी। आज गोविन्द मंडल एवं उनके पुत्र निरंजन मंडल का पूरा परिवार बहुत खुश है। उनके परिवार की कुल वार्षिक आय लगभग 3 से 4 लाख रूपये है। इससे परिवार का अच्छी तरह से गुजारा होने के बाद बचत भी हो जाती है। गोविन्द मंडल और उसके परिवार की किस्मत नरेगा द्वारा बनाए गए कूप और तालाब से बदल गयी है। अब वह दूसरों के यहां मजदूरी करने नही जाता, बल्कि अपने यहां दूसरों को रोजगार देने लगे हैं।
समाचार क्रमांक 284-2972
वर्ष 2013 में ग्राम पंचायत ने नरेगा योजना द्वारा कपिल धारा कूप का निर्माण गोविन्द मंडल के खेत में कराया। कूप में खेती के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी निकला। आज हमारे खेतों में 60 से 70 क्विंटल गेंहू एवं 90 से 100 क्विंटल धान का उत्पादन होता है। इसके साथ ही गोविन्द सब्जी का उत्पादन भी करने लगे हैं। इससे उन्हें 50 से 60 हजार रूपये की अतिरिक्त वार्षिक आय प्राप्त हो जाती है। गोविन्द बताते है कि बाद में शासन द्वारा मुझे सिंचाई के लिए विद्युत मोटर भी उपलब्ध कराई गयी है। वर्ष 2018 में मेरे बेटे निरंजन मंडल के खेत में नरेगा योजना द्वारा खेत-तालाब का निर्माण कराया गया है जिसमें वह मछली पालन का कार्य कर रहा है। मछली पालन से उसे 60 से 70 हजार रूपये का अनुमानित लाभ होगा। मैंने तालाब के पानी को आस पास के किसानों को सिंचाई के लिए देने की योजना भी बनाई है इससे मुझे 20 से 25 हजार रूपये की अतिरिक्त आय होगी। आज गोविन्द मंडल एवं उनके पुत्र निरंजन मंडल का पूरा परिवार बहुत खुश है। उनके परिवार की कुल वार्षिक आय लगभग 3 से 4 लाख रूपये है। इससे परिवार का अच्छी तरह से गुजारा होने के बाद बचत भी हो जाती है। गोविन्द मंडल और उसके परिवार की किस्मत नरेगा द्वारा बनाए गए कूप और तालाब से बदल गयी है। अब वह दूसरों के यहां मजदूरी करने नही जाता, बल्कि अपने यहां दूसरों को रोजगार देने लगे हैं।
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