आहिल्या को मिला तेजस्विनी का सहारा सब्जी उत्पादन द्वारा अब बेहतर ढंग से चला रही अपनी आजीविका
पन्ना 02 जून 18/पन्ना जिले की लोकेशन देवेन्द्रनगर के अन्तर्गत तेजस्विनी संघ का एक कलस्टर है ग्राम भिलसांय। ग्राम भिलसांय में वर्ष 2008 में पूजा तेजस्विनी महिला स्व-सहायता समूह का गठन किया गया है। इसी समूह की एक सदस्य श्रीमती आहिल्या कुशवाहा है जो आज समूह से जुडने के बाद सब्जी उत्पादन कर लगभग 9 हजार रूपये की मासिक आमदनी प्राप्त कर रही हैं। इससे अब आहिल्या परिवार का भरण-पोषण अच्छी तरह से करने साथ अपनी आजीविका बेहतर ढंग से चला रही हैं।
इस संबंध में आहिल्या बताती हैं कि पहले वह मजदूरी एवं कृषि का कार्य कर जैसे तैसे अपनी आजीविका चलाती थी। उन्हें अधिकतम 3 हजार रूपये प्रतिमाह की आमदनी ही हो पाती थी। पूजा तेजस्विनी महिला स्व-सहायता समूह से जुडने के बाद मैंने सब्जी उत्पादन का काम शुरू किया। आजीविका गतिविधि शुरू करने के लिए मैंने समूह की कुल बचत से 5 हजार रूपये का लोन लिया। तेजस्विनी कार्यक्रम के तहत कुछ छूट के साथ आहिल्या को उद्यानिकी विभाग से मिर्च का बीज, कीटनाशक दवाई एवं खाद दिलवायी गयी। जिसके बाद आहिल्या ने आधा एकड़ जमीन में मिर्च की खेती की। मिर्च की फसल अच्छी हुई। इस तरह समूह द्वारा प्राप्त 5 हजार रूपये का लोन लेकर की गयी खेती से लगभग एक लाख रूपये की आमदनी मिर्च की बिक्री द्वारा प्राप्त हुई। जिसके बाद पूजा तेजस्विनी समूह का खाता बैंक में खुलवाया गया। बाद में बैंक लिंकेज भी हो गया और बैंक से 25 हजार रूपये का ऋण पास हुआ।
बैंक से ऋण पास होने पर अब आहिल्या सब्जी उत्पादन के लिए 10 हजार रूपये समूह से एवं 30 हजार रूपये का ऋण संघमित्रा से लेकर अपनी पूरी 2 एकड़ की जमीन पर सब्जी का उत्पादन कर रही हैं। खेत में उनके द्वारा बोर करवा लिया गया है। सब्जी उत्पादन व विक्रय का कार्य नियमित रूप से होने लगा है। पहले जहां इनके पास समूह की बचत जमा करने के लिए पैसे नही रहते थे वहीं आज स्वयं के 50 हजार रूपये एवं कुछ रूपये समूह से लोन लेकर बडे रूप में सब्जी का उत्पादन कर रही हैं। आज सब्जी उत्पादन से आहिल्या की मासिक आय 9 हजार रूपये हो गयी है। इससे आहिल्या के परिवार की आजीविका बेहतर ढंग से चलने लगी है। इनता ही आहिल्या से प्रोत्साहित होकर आज कई समूह की सदस्य नियमित रूप से सब्जी उत्पादन का कार्य करते हुए अपनी आजीविका चला रही हैं।
समाचार क्रमांक 35-1593
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