फल एवं साग भाजी परिरक्षण कार्यषाला का शुभारम्भ घर-घर बनेगा टमाटर साॅस

इस अवसर पर श्री संजीव सिंह ने कहा कि यह प्रषिक्षण पूर्णतः आवासीय है, जो 04 दिनों तक जारी रहेगा। सिखने के बाद महिलायें अगले 04 दिनो में स्वयं सिखायें गये उत्पादन को बनाकर पैंकिग कर मार्केटिंग भी की जायेगी। जिससें की महिलाओं में आत्मविष्वास के साथ-साथ परियोजनाओं को चलाने का विषेष अनुभव होगा। इन्दौर से आये वैज्ञानिक श्री ललित भटनागर ने कहा कि जब टमाटर का उत्पादन बढता है तो 2 रूपये किलो भी कोई खरीददार नही मिलता। ऐसी स्थिति में उत्पादन सड़क पर फिकता है जबकि टमाटर को साॅस बनाकर ब्रेड़ के साथ मैगी के साथ टमाटर 200 रूपये किलो का साॅस उपयोग में लाया जा सकता है। पन्ना जिले में इस कुटीर उद्योग की असीम सम्भावनायें है।
सहायक संचालक उद्यान श्री भट्ट ने बताया कि फल परिरक्षण में केवल 2 प्रतिषत फल एवं सब्जियों का परिरक्षण किया जाता है जिसे और अधिक बढाने की पूरी-पूरी सम्भावनायें है। चायना में व्यक्ति अपने घर-घर में कुटीर उद्योग चलाते है और अधिक मात्रा में आमदनी कमाते है। जिससे की हमें भी अपने घरों में कुटीर उद्योग लगाना चाहियें। पन्ना जिले के सभी विकासखण्डांे की चयनित महिलाआंे ने प्रषिक्षण में भाग लिया। जिसमें टमाटर साॅस को बनाने के संबंध में व्यवहारिक एवं सैद्धांतिक प्रषिक्षण दिया गयाा। उन्होंने बताया कि 24 मई को वैज्ञानिक मलिक द्वारा कच्चे आम एवं पुदीना का सरबत के साथ-साथ खजूर के आचार कर प्रषिक्षण दिया जायेगा। दिनांक 24 मई से 04 दिवसीय फल परिरक्षण कार्यषाला में सुबह 9ः00 बजे से 12ः00 बजे तक तथा दोपहर बाद 3ः00 बजे से 06 बजे तक प्रषिक्षण दिया जायेगा।
समाचार क्रमांक 268-1466
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