बीटेक करने के बाद वापस जिले में आकर युवा उद्यमी बनें विक्रम

पन्ना 10 अगस्त 18/कहते हैं कि जिन्हें खुद पर भरोसा होता है वे दूसरों के बनाए रास्तों पर  चलने के वजाय अपना रास्ता खुद बनाते हैं और दूसरों के लिए भी पदचिन्ह छोडते जाते हैं। हमारे युवा इसी आत्म विश्वास से भरें हुए हैं। आवश्यकता केवल उनकी इच्छाशक्ति जगाने एवं सही समय पर उन्हें सही मार्गदर्शन देने की है। वर्तमान में यह मार्गदर्शन देने का कार्य शासन द्वारा अपनी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार द्वारा किया जा रहा है। शासन के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की मदद से जिले के युवा श्री विक्रम सिंह यादव उद्यमी बन गए हैं।

          पन्ना शहर के निवासी विक्रम ने अपनी बीटेक की पढ़ाई आईटीएम काॅलेज ग्वालियर से की है। जिसके बाद उन्हें आसानी से मल्टी नेशनल कम्पनियों में नौकरी  मिल सकती थी। लेकिन विक्रम खुद पर भरोसा रखते हुए अपना स्वयं का रोजगार स्थापित करने की इच्छा के साथ पूर्ण आत्मविश्वास से भरे वापस पन्ना आ गए। वह अपने लिए उपयुक्त स्वरोजगार और संसाधनों की जानकारी जुटाने में लग गए। एक दिन उन्हें अखबार के माध्यम से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की जानकारी मिली। शासन स्वरोजगार स्थापित करने के लिए ऋण देने के साथ-साथ सब्सिडी भी प्रदान कर रही है, यह जानकार उनका उत्साह दोगुना हो गया। पन्ना के देवेन्द्रनगर क्षेत्र ग्राम फुलवारी में उनकी जमीन है। चूंकि देवेन्द्रनगर क्षेत्र में धान का अच्छा उत्पादन होता है और यातायात की सुविधा है। उन्होंने अपने परिवार से चर्चा कर वहां अपनी राईस मिल खोलने का निर्णय लिया। जिसके बाद उन्होंने जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र के अधिकारियों से सम्पर्क कर सेन्ट्रल बैंक आॅफ इण्डिया की पन्ना शाखा में अपना ऋण प्रकरण प्रेषित कर दिया।

    बैंक मैनेजर श्री अमरीश कुमार द्वारा पूरा सहयोग करते हुए प्रकरण शीघ्र स्वीकृत कर दिया गया। उन्हें एक करोड का लोन प्राप्त हुआ जिसमें से 12 लाख रूपये अनुदान की राशि प्राप्त हुई। इस राशि से उन्होंने मिलटेक कम्पनी का 8 टन क्षमता वाला प्लांट लगाया है जो जनवरी 2018 से सुचारू रूप से चल रहा है। विक्रम ने बताया कि यह प्लांट पूरे संभाग में सर्वाधिक क्षमता वाला है। जनवरी 2018 से अब तक मैंने जितना व्यवसाय किया है मुझे पूरा अनुमान है कि मुझे 25 लाख रूपये वार्षिक आय आसानी से प्राप्त होगी। मैं शासन का शुक्रगुजार हूॅं कि तकनीकी शिक्षा का उपयोग करते हुए अपने गृह जिले में आकर इतना बडा व्यवसाय स्थापित कर सका हॅू। मेरे जैसे अन्य युवा भी स्वरोजगार योजनाओं का लाभ लेते हुए अपना अच्छा कॅरियर बना सकते हैं।
समाचार क्रमांक 162-2413

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