कम पढ़ा लिखा होने के बाद भी हनीफ को मिला स्वरोजगार

पन्ना 06 जुलाई 18/संयुक्त परिवार में रहने वाले हनीफ को बड़ा अफसोस था कि कम पढा लिखा होने के कारण वह परिवार चलाने में अपना आर्थिक सहयोग नही दे पा रहे। पन्ना शहर के धाम मोहल्ला के रहने वाले हनीफ मोहम्मद केवल 5वीं तक पढे लिखे हैं। उन्होंने परिवार चलाने में सहयोग देने के लिए बेल्डिंग की एक छोटी सी दुकान तो खोल ली थी लेकिन पर्याप्त पूंजी के अभाव में दुकान संचालन से बहुत ही कम आय प्राप्त हो पा रही थी। तभी उन्हें अपने एक मित्र के माध्यम से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की जानकारी मिली, जिसका लाभ उठाकर हनीफ ने अब अपने बेल्डिंग वक्र्स को भी बढा लिया है साथ ही साथ स्टील फर्नीचर की दुकान भी खोल ली है। अब हनीफ किश्त चुकाने के बाद आराम से 15 से 20 हजार रूपये प्रति माह कमा लेते हैं।

    हनीफ बताते हैं कि योजना का पता चलने के बाद उनके लिए उम्मीद की किरण तो  जागी लेकिन उन्हें भ्रम था कि इतना कम पढा लिखा होने पर योजना का लाभ उन्हें मिल पाएगा या नही। तभी उन्होंने खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के माध्यम से मध्यान्चल ग्रामीण बैंक से सम्पर्क किया। बोर्ड तथा बैंक के अधिकारियों ने उन्हें योजना की विस्तृत जानकारी दी और उनकी भ्रांति को दूर करते हुए योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। उनका प्रकरण तैयार कर ऋण स्वीकृति के लिए बैंक प्रेषित कर दिया गया। जिसके बाद उन्हें 7 लाख का लोन तथा खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से सब्सिडी भी प्राप्त हुई। ऋण राशि से उन्होंने पुलिस लाईन तिराहा के पास अपनी स्टील फर्नीचर की दुकान खोली। साथ ही बेल्डिंग कार्य को बढा लिया है। अब उन्हें प्रतिमाह लगभग 11 हजार रूपये की किश्त देने के बाद 15 से 20 हजार रूपये की मासिक आमदनी आसानी से हो जाती है। अब अपने परिवार का आर्थिक सहयोग अच्छी तरह से कर पाने के कारण हनीफ के आत्म विश्वास में वृद्धि हुई है और अब वे अपनी दुकान को और बढाने की योजना बना रहे हैं। हनीफ शासन का धन्यवाद करते हुए कहते हैं कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना हम जैसे कम पढे लिखे युवाओं के लिए वरदान की तरह है।
समाचार क्रमांक 71-2005

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