जिले के चिन्हित 77 ग्रामों में कीटनाशक दवा का छिड़काव प्रारंभ
पन्ना 15 जून 18/भारत सरकार द्वारा निर्धारित गाइडलाईन के अनुसार 2 एपीआई से अधिक एवं 5 से अधिक एसपीआर रखने वाले ग्रामों में अल्फासाईपर मैथ्रेन नामक 5 प्रतिशत सिन्थेटिक पायरेथ्राइड कीटनाशक दवा का छिड़काव वयस्क मच्छर मारने के लिए घरों के अन्दर 16 जून से 30 जुलाई के बीच पहले चरण में किया जा रहा है।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया है कि सिन्थेटिक पायरेथ्राइड कीटनाशक दवा का छिड़काव वयस्क मच्छर मारने के लिए जिले क चिन्हित 77 ग्रामों में किया जाएगा। जिसमें अजयगढ़ ब्लाके 12, देवेन्द्रनगर के 24, अमानगंज के 6, पवई के 31 और शाहनगर ब्लाक के 4 ग्राम सम्मिलित हैं। इन्ही ग्रामों में दूसरे चरण का छिडकाव एक सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच इसी वर्ष किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि छिडकाव केवल उन्हीं ग्रामों में किया जाएगा जहां पर प्रति एक हजार की आबादी पर कम से कम 2 मलेरिया के पाॅजीटिव प्रकरण दर्ज किए गए हो। एपीआई दो या इससे अधिक हो साथ ही स्लाइड पाॅजीटिव आने की दर संबंधित ग्राम में 5 प्रतिशत से अधिक हो अथवा कुल मलेरिया के प्रकरणों में 50 प्रतिशत से अधिक फैल्सी पैरम मलेरिया के प्रकरण दर्ज हुए हो। यह कार्यक्रम ग्राम के स्वास्थ्य कार्यकर्ता/आशा/एएनएम/एपीडब्ल्यू द्वारा गत वर्ष मलेरिया के प्रकरणों की रिपोर्ट के आधार पर तय किया जाएगा।
उन्होंने संबंधित ग्रामों में जनप्रतिनिधियों, शासकीय कर्मचारियों एवं सभी नागरिकों से अपील की है कि छिडकाव कार्य के लिए लगाए गए कर्मचारी को ग्राम में आवश्यक सहयोग प्रदान करें और अपने घरों में दवा का छिडकाव आवश्य कराए जिससे मलेरिया को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
समाचार क्रमांक 197-1755
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया है कि सिन्थेटिक पायरेथ्राइड कीटनाशक दवा का छिड़काव वयस्क मच्छर मारने के लिए जिले क चिन्हित 77 ग्रामों में किया जाएगा। जिसमें अजयगढ़ ब्लाके 12, देवेन्द्रनगर के 24, अमानगंज के 6, पवई के 31 और शाहनगर ब्लाक के 4 ग्राम सम्मिलित हैं। इन्ही ग्रामों में दूसरे चरण का छिडकाव एक सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच इसी वर्ष किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि छिडकाव केवल उन्हीं ग्रामों में किया जाएगा जहां पर प्रति एक हजार की आबादी पर कम से कम 2 मलेरिया के पाॅजीटिव प्रकरण दर्ज किए गए हो। एपीआई दो या इससे अधिक हो साथ ही स्लाइड पाॅजीटिव आने की दर संबंधित ग्राम में 5 प्रतिशत से अधिक हो अथवा कुल मलेरिया के प्रकरणों में 50 प्रतिशत से अधिक फैल्सी पैरम मलेरिया के प्रकरण दर्ज हुए हो। यह कार्यक्रम ग्राम के स्वास्थ्य कार्यकर्ता/आशा/एएनएम/एपीडब्ल्यू द्वारा गत वर्ष मलेरिया के प्रकरणों की रिपोर्ट के आधार पर तय किया जाएगा।
उन्होंने संबंधित ग्रामों में जनप्रतिनिधियों, शासकीय कर्मचारियों एवं सभी नागरिकों से अपील की है कि छिडकाव कार्य के लिए लगाए गए कर्मचारी को ग्राम में आवश्यक सहयोग प्रदान करें और अपने घरों में दवा का छिडकाव आवश्य कराए जिससे मलेरिया को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
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