वैज्ञानिकों ने किया चना प्रदर्षन का अवलोकन
पन्ना 19 जनवरी 18/कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना के डाॅं. बी. एस. किरार, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डाॅं. आर. के. जायसवाल वैज्ञानिक द्वारा विगत दिवस ग्राम बिरासन वि.ख. पवई में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिषन के अन्तर्गत क्लस्टर अग्रिम पंक्ति प्रदर्षन चना 20 एकड़ कार्यक्रम का अवलोकन किया गया। प्रदर्षन में उन्नत किस्म आर. वी. जी. 203, अवधि 115 दिन, उपज 20-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तथा यह उकठा, कालर सडन, सूखा जड़ सड़न हेतु रोधी क्षमता, यह सिंचित एवं असिंचित क्षेत्र के लिये उपयुक्त है। चना प्रदर्षन के अन्तर्गत जैव उर्वरक एवं फफंूदनाषक दवाऐं, राइजोवियम, स्फुर घोलक जीवाणु, ट्राइकोडर्मा, एवं स्यूडोमोनास आदि का प्रयोग कराया गया। वैज्ञानिको ने कृषकों के साथ प्रदर्षन फसल का भ्रमण किया गया। स्थानीय फसल की तुलना में प्रदर्षन फसल की बढवार अच्छी एवं शाखाऐ बहुत अधिक और फसल में चमक एवं पौधा स्वस्थ है खेत में कही भी उकठा (उगरा) नही देखा गया। फसल को देखकर किसान एक एकड़ में 8-10 क्विंटल पैदावार का अनुमान लगा रहे है। प्रदर्षन चयनित कृषको ने इल्ली नियंत्रण हेतु फसल में ’टी‘ आकार की खूटी लगाकर रखी है। जिस पर चिडिया बैठकर इल्ली को खाती है। कृषको को सलाह दी गयी प्रदर्षन फसल के पैदावार को मंडी में नही बेचेगे इस उन्नत किस्म को आपस में अधिक से अधिक किसानों के बीच में फैलाएंगे।
समाचार क्रमांक 170-170
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