कुड़िया नाला का पानी लोकपाल सागर लाने योजना तैयार तालाब की सिल्ट हटाकर, एप्रोच चैनल से बढ़ाया जाएगा जलभराव मंत्री सुश्री महदेले ने विधायक निधि से 18 लाख रूपये की राशि उपलब्ध कराने की अनुशंसा की
पन्ना 06 मई 18/पन्ना जिला मुख्यालय से पहाड़ीखेड़ा मार्ग में लगभग 1.50 किमी की दूरी पर लोकपाल सागर
तालाब योजना स्थित है। इस योजना का निर्माण पन्ना रियासत काल में लगभग 120 वर्ष पूर्व कराया गया था। इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्य नगरपालिका अधिकारी पन्ना ने बताया कि योजना की कुल जल आवक क्षमता 16 वर्ग किमी क्षेत्र से थी। तालाब की कुल जल भराव क्षमता 6.37 मिलियन घन मीटर थी। जिसमें सिंचाई के लिये जीवित जलभराव क्षमता 6.19 मिलियन घन मीटर एवं मृत जलभराव क्षमता 0.18 मिलियन घन मीटर थी। तालाब में जल आवक क्षेत्र की क्षमता पूर्व में निर्मित किलकिला फीडर नहर में मिट्टी, पत्थर एवं मुरूम स्लिप होने से अवरूध्द हो गई तथा जल आवक क्षेत्र घटकर 5.95 वर्ग किमी रह गया है। इससे तालाब पूर्ण क्षमतानुसार भर नहीं पाता है।
उन्होेंने बताया कि तालाब का जलआवक क्षेत्र बढ़ाने के लिए कलेक्टर श्री मनोज खत्री के निर्देशन में वनविभाग से स्वीकृति उपरान्त योजना तैयार की गई है। जिसके तहत लोकपाल सागर तालाब के किनारे से लगे हुए जंगल से कुड़िया नाला का पानी तालाब में लाया जाएगा। जिसके लिए 465 मीटर लंबी एवं 10.30 मीटर चैड़ी नाली का निर्माण किया जाएगा। साथ ही नाली से निकलने वाली मिट्टी से नाला डायवर्जन के लिए मिट्टी का बंड बनाकर पानी के बहाव को लोपाल सागर की ओर मोड़ने का कार्य किया जाना है। इस कार्य ही लागत राशि 11.14 लाख आंकी गई है। सुश्री कुसुम सिंह महदेले मंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी द्वारा विधायक निधि से 18 लाख रूपये की राशि उपलब्ध कराने की अनुशंसा की गई है।
उन्होंने बताया कि लोकपाल सागर में निरंतर जलभराव होने से सिल्ट जमा हो गई है। तालाब में सिंचाई नहर तली के नीचे का पानी वेस्ट वियर की ओर एकत्रित रहता है। इसे निर्मित इंटेक वेल के पास एकत्रित सिल्ट को हटाकर एवं एप्रोच चैनल बनाकर जलभराव बढ़ाने के लिए भी योजना तैयार की गई है। तालाब से सिल्ट एवं एप्रोच चैनल खुदाई से लगभग 11000 घनमीटर मिट्टी निकालने की योजना है। प्रस्तावित कार्य की लागत राशि 17.17 लाख रूपये आंकी गई है। योजना के लिये विधायक निधि की शेष राशि 6.56 लाख रूपये का उपयोग किया जाएगा। शेष कार्य के अंतर्गत पश्चिम रेलवे पन्ना की कार्यरत एजेंसी द्वारा मिट्टी उठाने की सहमति दी गई है। इससे पन्ना नगर की वाॅटर सप्लाई 15 दिन और बढ़ जायेगी। साथ-साथ कुड़िया नाले के जलग्रहण क्षेत्र से तालाब के जलभराव में लगभग एक मिलियन घनमीटर पानी की वृध्दि होगी, जिससे सिंचाई कि लिये कृषकों को पानी मिल सकेगा।
समाचार क्रमांक 55-1253
तालाब योजना स्थित है। इस योजना का निर्माण पन्ना रियासत काल में लगभग 120 वर्ष पूर्व कराया गया था। इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्य नगरपालिका अधिकारी पन्ना ने बताया कि योजना की कुल जल आवक क्षमता 16 वर्ग किमी क्षेत्र से थी। तालाब की कुल जल भराव क्षमता 6.37 मिलियन घन मीटर थी। जिसमें सिंचाई के लिये जीवित जलभराव क्षमता 6.19 मिलियन घन मीटर एवं मृत जलभराव क्षमता 0.18 मिलियन घन मीटर थी। तालाब में जल आवक क्षेत्र की क्षमता पूर्व में निर्मित किलकिला फीडर नहर में मिट्टी, पत्थर एवं मुरूम स्लिप होने से अवरूध्द हो गई तथा जल आवक क्षेत्र घटकर 5.95 वर्ग किमी रह गया है। इससे तालाब पूर्ण क्षमतानुसार भर नहीं पाता है।
उन्होेंने बताया कि तालाब का जलआवक क्षेत्र बढ़ाने के लिए कलेक्टर श्री मनोज खत्री के निर्देशन में वनविभाग से स्वीकृति उपरान्त योजना तैयार की गई है। जिसके तहत लोकपाल सागर तालाब के किनारे से लगे हुए जंगल से कुड़िया नाला का पानी तालाब में लाया जाएगा। जिसके लिए 465 मीटर लंबी एवं 10.30 मीटर चैड़ी नाली का निर्माण किया जाएगा। साथ ही नाली से निकलने वाली मिट्टी से नाला डायवर्जन के लिए मिट्टी का बंड बनाकर पानी के बहाव को लोपाल सागर की ओर मोड़ने का कार्य किया जाना है। इस कार्य ही लागत राशि 11.14 लाख आंकी गई है। सुश्री कुसुम सिंह महदेले मंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी द्वारा विधायक निधि से 18 लाख रूपये की राशि उपलब्ध कराने की अनुशंसा की गई है।
उन्होंने बताया कि लोकपाल सागर में निरंतर जलभराव होने से सिल्ट जमा हो गई है। तालाब में सिंचाई नहर तली के नीचे का पानी वेस्ट वियर की ओर एकत्रित रहता है। इसे निर्मित इंटेक वेल के पास एकत्रित सिल्ट को हटाकर एवं एप्रोच चैनल बनाकर जलभराव बढ़ाने के लिए भी योजना तैयार की गई है। तालाब से सिल्ट एवं एप्रोच चैनल खुदाई से लगभग 11000 घनमीटर मिट्टी निकालने की योजना है। प्रस्तावित कार्य की लागत राशि 17.17 लाख रूपये आंकी गई है। योजना के लिये विधायक निधि की शेष राशि 6.56 लाख रूपये का उपयोग किया जाएगा। शेष कार्य के अंतर्गत पश्चिम रेलवे पन्ना की कार्यरत एजेंसी द्वारा मिट्टी उठाने की सहमति दी गई है। इससे पन्ना नगर की वाॅटर सप्लाई 15 दिन और बढ़ जायेगी। साथ-साथ कुड़िया नाले के जलग्रहण क्षेत्र से तालाब के जलभराव में लगभग एक मिलियन घनमीटर पानी की वृध्दि होगी, जिससे सिंचाई कि लिये कृषकों को पानी मिल सकेगा।
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