जलाभिषेक अभियान के अन्तर्गत ग्राम गुखौर मंे जल सम्मेलन आयोजित, निकाली गयी जल यात्रा; कमिश्नर ने जल संरक्षण का संकल्प दिलाया, जल क्रांति लाने की अपील की; खेत-तालाब निर्माण हेतु मौके पर प्रेरित हुए किसानों को पुष्प गुच्छ से सम्मानित किया गया; कमिश्नर ने चौपाल लगाकर सुनी ग्रामवासियों की समस्याएं


 पन्ना 20 जनवरी 18/जनपद पंचायत पन्ना के ग्राम गुखौर में जनपद स्तरीय जल सम्मेलन का आयोजन किया गया। दो दिवसीय भ्रमण पर पन्ना आए संभागायुक्त सागर श्री आशुतोष अवस्थी दूसरे दिन ग्रामवासियों को जल संरक्षण का संदेश देने गुखौर पहुंचे। इस दौरान कमिश्नर के नेतृत्व में ग्रामवासियों के साथ जल यात्रा निकाली गयी। कमिश्नर श्री अवस्थी ने वर्तमान समय में जल संरक्षण के महत्व को समझाते हुए ग्रामवासियों को जल संकल्प दिलाया। सभी ने पानी से भरे हुए कलश हांथों में लेकर पानी को बर्वाद होने से रोकने तथा गांव का पानी गांव में रखने का संकल्प लिया जल सम्मेलन के दौरान मुनगे के लाभकारी गुणों से अवगत कराने तथा खेत तालाब निर्माण के लिए ग्रामवासियों को प्रेरित करने हेतु लघु फिल्मों का प्रदर्शन भी किया गया। खेत तालाब के लाभों से प्रेरित होकर मौके पर ही तालाब निर्माण के लिए तैयार हुए किसान भाईयों को इस पहल के लिए सराहना करते हुए पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। कमिश्नर ने चैपाल लगाकर ग्रामवासियों की समस्याएं भी सुनी और उनके निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अवसर पर
जिला पंचायत पन्ना द्वारा जलाभिषेेक अभियान 2018 शीर्षक से तैयार की गयी जल संरचनाओं के निर्माण से संबंधित पुस्तिका की सराहना कमिश्नर द्वारा की गयी। जिसका वितरण ग्रामवासियों को किया गया।
                                                     जल सम्मेलन में कमिश्नर ने कहा कि पहले पानी का स्तर अच्छा था और फसल उत्पादन भी अच्छा होता था। जिसमें जल संरक्षण की पारम्परिक पद्धत्तियांे की महत्वपूर्ण भूमिका थी। जाने अनजाने में हमने उन पद्धत्तियों को भुला दिया था। मौसम चक्र में उतार-चढाव, जनसंख्या वृद्धि और पारम्परिक पद्धत्तियों को अनदेखा करने के कारण ही विगत कुछ वर्षो से सूखे की स्थिति निर्मित हो रही है। इस स्थिति से बचने के लिए नई तकनीक के साथ पारम्परिक ज्ञान भी उतना ही आवश्यक है। इसीलिए पानी रोकने हेतु यह जलाभिषेक अभियान चलाया जा रहा है। जल संवर्धन की नई संरचनाओं का निर्माण और पुरानी संरचनाओं के सुधार का काम हम सबको मिलकर करना है। उन्होंने कहा कि बरसात के उपलब्ध पानी को ख्ेात में रोककर संग्रहित किया जाए तो अल्प वर्षा की स्थिति में भी फसलों के लिए सिंचाई की व्यवस्था की जा सकती है। इसके लिए ख्ेात तालाब का निर्माण एक बेहतर विकल्प है। उन्होंने प्रत्येक किसान को अपने खेत में एक खेत तालाब का निर्माण अवश्य करा कर जल क्रांति लाने की अपील की। जिससे प्रेरित होकर मौके पर ही कृषक रामदीन प्रजापति, रामभगत कुशवाहा सहित कुल 7 किसान भाई खेत तालाब निर्माण कराने के लिए तैयार हुए। कमिश्नर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को शासन की योजना का लाभ दिलाते हुए इन किसानों के खेत में खेत तालाब निर्माण शीघ्र कराने के निर्देश दिए। साथ ही किसान भाईयों को खेती के अलावा फलदार वृक्षों, दुग्ध उत्पादन, पशु एवं मुर्गीपालन आदि को अपनाकर अतिरिक्त आय प्राप्त करने की सलाह दी।

    कार्यक्रम मंे कलेक्टर श्री मनोज खत्री तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन डाॅ गिरीश कुमार मिश्रा द्वारा भी ग्रामवासियों से जल रोको अभियान और मुनगा से सुपोषण अभियान को सफल बनाने के लिए आव्हान किया गया। इस दौरान जिला पंचायत के अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी अशोक चतुर्वेदी, एसडीएम पन्ना जे.एस. बघेल, उप संचालक कृषि रविन्द्र मोदी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पन्ना सुश्री तपस्या जैन, परियोजना अधिकारी जिला पंचायत संजय सिंह परिहार, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारियों के साथ पंच-सरपंच तथा बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
समाचार क्रमांक 171-171



 

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