जिला स्तरीय उद्यानिकी कार्यशाला में प्रगतिषील कृषकों का सम्मान
पन्ना 29 मार्च 18/कृषि विज्ञान केन्द्र एवं उद्यान व खाद्य प्रसंस्करण विभाग पन्ना के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय उद्यानिकी कार्याषाला का आज समापन हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री मोहललाल कुषवाहा अध्यक्ष नगरपालिका पन्ना एवं विषिष्ट अतिथि पार्षद श्रीमति नीलम चैब,े श्रीमति मुमताज बेगम, श्रीमति जया यादव उपस्थित रहे। कार्यशाला के दौरान 20 प्रगतिशील कृषकों को अतिथियों द्वारा शाल, श्रीफल, शील्ड़ एवं प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इन प्रगतिषील कृषकों में लखनलाल कुषवाहा-जनवार, रामलगन पाल-प्रतापुर, बाला प्रसाद कटैहा-मोहन्द्रा, दषरथ यादव-दलहन चैकी, कोमल बाई-जनवार, रामसखा कुषवाहा-गुखौर, अरविंद कुमार खरे-ककरैटा, हनुमान कुषवाहा-बड़मारा आदि को यह सम्मान प्रदान किया गया।
इसी अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा फल परीरक्षण पत्रिका का विमोचन किया गया। यह पत्रिका युवाओं के लिये स्वारोजगार अर्जित करने मे सहायक होगी। कार्याषाला मे डाॅ. पी. के. जैन पूर्व संचालक विस्तार सेवाऐं एवं प्राध्यापक (उद्यान) जवाहरलाल नेहरू कृषि विष्वविद्यालय जबलपुर ने फल परिरक्षण पर विस्तृत जानकारी दी। अमरूद, करौंदा से जैम एवं जैली बनाने की विधि के बारे मे विस्तार से बताया। उन्होंने फल एवं सब्जी उत्पादन से संबंधित किसानों की विभिन्न समस्याओं का समाधान भी किया। इंदौर से फल परीक्षण विषेषज्ञ प्रियंका भदौरिया द्वारा भी च्यवनप्रास एवं टमाटर शाॅस बनाकर प्रषिक्षाणार्थियों को बताया गया और अन्य फल परिक्षण के बारे मे सिखाया भी गया। कार्यक्रम में फल एवं सब्जी उत्पादन पर डाॅ. बी.एस. किरार एम.एम. भट्ट सहायक संचालक उद्यान, डाॅ. आर.पी. सिंह, डाॅ. आर.के. जायसवाल, श्री एन.के. पंदे्र एवं विद्यासागर त्रिपाठी द्वारा तकनीकी व्याख्यान दिये। उन्होंने बताया कि फल एवं सब्जीत्पादन की खेती सूक्ष्म सिंचाई विधियों ड्रिप एवं स्पिंकलर से करने से कम पानी मे अधिक लाभ कमाया जा सकता है। इससे श्रमिकों की बचत भी होती है। मुख्य अतिथि मोहललाल कुषवाहा ने सभी कृषकों को फल एवं सब्जी उत्पादन मे वैज्ञानिक तकनीकी को अधिक से अधिक अपनाकर कृषि को लाभ का धन्धा बनाने और उत्पादन के साथ फलो का परीक्षण कर अन्य उत्पाद तैयार कर अधिक मुनाफा कमाने की अपील की। श्रीमति नीलम चैबे ने कहा कि कृषकों द्वारा सब्जी उत्पादन के क्षेत्र मे उल्लेखनीय कार्य करने वाले किसान का सम्मान होने से किसानों का आत्म सम्मान बढ़ता है और अन्य किसानों मे भी प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ती है। कार्यक्रम के अंत मे प्रगतिषील कृषक अरविंद कुमार खरे-ककरैटा, बाला प्रसाद कटेहा-मोहन्द्रा, लक्ष्मणदास सुखरमानी-जनवार, हनुमान कुषवाहा-बडमारा लखनलाल कुषवाहा जनवार एवं दषरथ यादव द्वारा खेती के अनुभव साझा किए गए।
समाचार क्रमांक 315-901
इसी अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा फल परीरक्षण पत्रिका का विमोचन किया गया। यह पत्रिका युवाओं के लिये स्वारोजगार अर्जित करने मे सहायक होगी। कार्याषाला मे डाॅ. पी. के. जैन पूर्व संचालक विस्तार सेवाऐं एवं प्राध्यापक (उद्यान) जवाहरलाल नेहरू कृषि विष्वविद्यालय जबलपुर ने फल परिरक्षण पर विस्तृत जानकारी दी। अमरूद, करौंदा से जैम एवं जैली बनाने की विधि के बारे मे विस्तार से बताया। उन्होंने फल एवं सब्जी उत्पादन से संबंधित किसानों की विभिन्न समस्याओं का समाधान भी किया। इंदौर से फल परीक्षण विषेषज्ञ प्रियंका भदौरिया द्वारा भी च्यवनप्रास एवं टमाटर शाॅस बनाकर प्रषिक्षाणार्थियों को बताया गया और अन्य फल परिक्षण के बारे मे सिखाया भी गया। कार्यक्रम में फल एवं सब्जी उत्पादन पर डाॅ. बी.एस. किरार एम.एम. भट्ट सहायक संचालक उद्यान, डाॅ. आर.पी. सिंह, डाॅ. आर.के. जायसवाल, श्री एन.के. पंदे्र एवं विद्यासागर त्रिपाठी द्वारा तकनीकी व्याख्यान दिये। उन्होंने बताया कि फल एवं सब्जीत्पादन की खेती सूक्ष्म सिंचाई विधियों ड्रिप एवं स्पिंकलर से करने से कम पानी मे अधिक लाभ कमाया जा सकता है। इससे श्रमिकों की बचत भी होती है। मुख्य अतिथि मोहललाल कुषवाहा ने सभी कृषकों को फल एवं सब्जी उत्पादन मे वैज्ञानिक तकनीकी को अधिक से अधिक अपनाकर कृषि को लाभ का धन्धा बनाने और उत्पादन के साथ फलो का परीक्षण कर अन्य उत्पाद तैयार कर अधिक मुनाफा कमाने की अपील की। श्रीमति नीलम चैबे ने कहा कि कृषकों द्वारा सब्जी उत्पादन के क्षेत्र मे उल्लेखनीय कार्य करने वाले किसान का सम्मान होने से किसानों का आत्म सम्मान बढ़ता है और अन्य किसानों मे भी प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ती है। कार्यक्रम के अंत मे प्रगतिषील कृषक अरविंद कुमार खरे-ककरैटा, बाला प्रसाद कटेहा-मोहन्द्रा, लक्ष्मणदास सुखरमानी-जनवार, हनुमान कुषवाहा-बडमारा लखनलाल कुषवाहा जनवार एवं दषरथ यादव द्वारा खेती के अनुभव साझा किए गए।
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