पीडित मानवता की सेवा ही ईश्वर की पूजा है-कलेक्टर; बगैर पैसे के भी उपचार मिल रहा है सभी जन लाभ लें-श्री यादव; आम आदमी के उपचार की यह अच्छी योजना- न.पा. अध्यक्ष; पहला सुख निरोगी काया-विधायक श्री बागरी

पन्ना 22 जनवरी 18/जिला चिकित्सालय परिसर में जिला स्तरीय मुख्यमंत्री स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। यह शिविर राज्य बीमारी सहायता एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया। शिविर आयोजन के प्रथम चरण में खण्ड स्तर पर रोगियों का पंजीयन किया गया। मरीजों का चिन्हांकन करनेे के उपरांत परीक्षण के लिए जिला स्तरीय शिविर में लाया गया। शिविर में प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के चिकित्सालयों से आए हुए डाॅक्टरों द्वारा रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। शिविर में 402 रोगियों का पंजीयन कर परीक्षण किया गया। इनमंे 118 रोगी ऐसे पाए गए जिनका उपचार निजी चिकित्सलयों में किया जाना है। इन मरीजों के उपचार पर व्यय होने वाली राशि का मूल्यांकन कर प्रस्ताव तैयार किए गए। इन रोगियों में 75 गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवार के लोग तथा गंभीर बीमारी से पीडित राज्य बीमारी सहायता निधि के 43 हितग्राही शामिल हैं। इसके अलावा 84 रोगी ऐसे पाए गए जिनका उपचार शासकीय चिकित्सालयों में किया जाना है। इन मरीजों के लिए शासकीय चिकित्सालय चिन्हांकित कर उपचार के लिए भेजने की व्यवस्था की गयी।
                            शिविर का शुभारंभ माॅ सरस्वती एवं भगवान धनवंतरी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम के अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इन
अवसर पर कलेक्टर श्री मनोज खत्री ने उपस्थितों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश शासन द्वारा विभिन्न चिन्हित बीमारियों के लिए उपचार सहायता दी जाती है। यह सहायता आम आदमी को आसानी से मिल सके इसके लिए अभियान चलाकर शिविर लगाए जा रहे हैं। इस शिविर में 0 से 18 साल उम्र के मरीजों का उपचार कराकर उनको समाज की मुख्य धारा से जोडने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे शिशु मृत्युदर में कमी जाएगी। इस शिविर में शामिल मरीजों के राज्य बीमारी सहायता निधि के प्रकरणों को मौके पर तैयार कर स्वीकृति प्रदान की जाएगी। मरीज का उपचार जिस चिकित्सालय में संभव होगा यह राशि भेज दी जाएगी। उन्होंने आव्हान करते हुए कहा कि पीडित मानवता की सेवा सभी को करना चाहिए। पीडित मानवता की सेवा ईश्वर की पूजा के समान है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के डाॅक्टरों से अपेक्षा करते हुए कहा कि ग्रामीण अंचलों में जो भी दिव्यांग हैं उन्हें प्रमाण पत्र उपलब्ध कराएं। प्रमाण पत्र मिलने पर दिव्यांगों को पेंशन योजना के साथ-साथ अन्य योजनाओं से जोडकर लाभान्वित किया जा सके।

श्री 108 प्राणनाथ मंदिर ट्रस्ट के धर्मगुरू एवं डाॅ. दिनेश पंडित ने अपने उद्बोधन में कहा कि ट्रस्ट द्वारा वर्ष 2016 से शल्य चिकित्सा शिविर पन्ना जिले में लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों में सर्जरी करने के लिए अमेरिका एवं गुजरात से 50 डाॅक्टरों का दल आता है। जो यहां रूककर विभिन्न तरह के आपरेशन करते हैं। वर्ष 2016 में 200 मरीजों के आपरेशन किए गए थे। वर्तमान में जिला चिकित्सालय पन्ना में आपरेशन का शिविर लगाया गया है। यह शिविर 6 दिनों तक चलाया जाएगा। जिसमें डाॅक्टर निरंतर आपरेशन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह बडी खुशी की बात है कि शासन द्वारा भी गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए शिविर लगाकर गंभीर बीमारियों के उपचार की व्यवस्था की जा रही है। आगे भी इसी तरह के शिविर ट्रस्ट द्वारा लगाए जाएंगे।
    जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री रविराज सिंह यादव ने आम आदमी का आव्हान करते हुए कहा कि उपचार के लिए लोग पंजीयन कराएं। शासन की योजना का लाभ लेकर बीमारियों से निजात पाएं। गंभीर बीमारी का उपचार भी शासन की योजना में संभव है। नगरपालिका अध्यक्ष श्री मोहनलाल कुशवाहा ने डाॅ. दिनेश पंडित का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री प्राणनाथ मंदिर ट्रस्ट द्वारा निरंतर सेवा की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री हर परिवार की चिंता करते हैं इसलिए शासन द्वारा हर वर्ग के कल्याण की योजनाएं संचालित की गयी हैं। गुनौर विधायक श्री महेन्द्र सिंह बागरी ने कहा कि शासन की योजना में आम आदमी के उपचार की व्यवस्था की है। गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए सहायता राशि उपलब्ध कराई जाती है। उपचार के लिए चिन्हित बीमारी के लिए चिकित्सालय निर्धारित हैं। उन्ही चिकित्सालयों में उपचार कराया जाता है। इसके अलावा मुख्यमंत्री द्वारा स्वैच्छानुदान से भी उपचार के लिए राशि उपलब्ध कराई जा रही है। इस अवसर पर श्री आशुतोष मेहदेले, श्री सतानन्द गौतम द्वारा सम्बोधित किया गया।

    मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि आयोजित शिविर में जिला मुख्यालय से बाहर के निजी चिकित्सालय भाग ले रहे हैं। जिसमें टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर भोपाल, मेट्रो हास्पिटल जबलपुर, सिद्धांता हास्पिटल भोपाल, साॅल्वे हास्पिटल जबलपुर, बंसल हास्पिटल भोपाल, कुनाल हास्पिटल नागपुर, स्वास्तिक हास्पिटल जबलपुर, आशीष हास्पिटल, जामदार हास्पिटल जबलपुर, रासेन्द्र हास्पिटल सतना, विश्नोइया हास्पिटल भोपाल, नवोदय हास्पिटल भोपाल, सद्गरू नेत्र चिकित्सालय चित्रकूट आदि शिविर में शामिल रहे। शिविर में इन सभी चिकित्सालयों के साथ जिला चिकित्सालय के डाॅक्टरों ने संयुक्त रूप से रोगियों का परीक्षण किया। शिविर में राज्य बीमारी सहायता अन्तर्गत चिन्हाकिंत बीमारियाॅं जिसमें केंसर सर्जरी, हिप ज्वाइंट रिपलेसमेंट, घुटना बदलना, स्पाइनल सर्जरी, रेटिनल डिटेचमेंट, हृदय सर्जरीपैस मेकर, वेसकुलर सर्जरी, एप्लास्टिक एनीमिया, क्रानिक रीगल डिसीसेज (नेफ्रोटिंक सिन्ड्रोम, पेरिटोनियल डायलिसिस, हीमोडायलिसिस) बाॅंझपन (केवल बीपीएल परिवारों के लिए) का उपचार किया जाएगा।

    उन्होंने बताया कि इसी तरह शिविर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 0 से 18 वर्ष के जन्मजात विकृति के बच्चों का उपचार, न्यूरल ट्यूब दोष, हाउन सिंड्रोम, फटा होंठ और तालू/क्लैफ्ट पेलेंट अलोन, टेलीफेस (क्लब फुट), डेवलपमेंट स्प्लिेसिया आॅफ हिप, जन्मजात मोतियाबिंद, जन्मजात बधिरता, जन्मजात हृदय रोग, रेटीनापैथी आॅफ प्रीमैचुरिटी का उपचार किया जाएगा। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय के चिकित्सक, कर्मचारी एवं बडी संख्या में मरीज तथा सहयोगीजन उपस्थित रहे।
समाचार क्रमांक 182-182

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